shabd-logo

तुझ बिन नहीं जीना

25 अक्टूबर 2021

34 बार देखा गया 34
भाग 5

दोनो ही चुप चाप वहा से भागते हैं,पीयूष भीगे हुए घर पहुंचता है ,मां देखे इसके पहले वाशरूम में घुस जाता है, पर कौशल अपने घर में फस जाता है उसके घर में सभी सामने ही बैठे थे, उसके पिता उसे भीगा देख पूछते हैं" कौशल ,ये कौनसा गुल खिला कर आरहे हों,कैसे भीगे,"! कौशल कहता है "गंगा किनारे घूम रहा था पैर फिसल गया,"! उसके पिता कहते हैं" बेटा जिस दिन मेरा हाथ फिसला तो तुम्हारे पैर फिसलने बंद हो जायेंगे दो दिन से तुम ट्यूशन नही गए ,में फीस तुम्हे पढ़ने के लिए भरता हूं आवारागर्दी के लिए नही,! कौशल अब पीयूष का साथ न देने की कसम खा कर अंदर जाता है,,!
दूसरे दिन क्लॉस में कौशल उस से बात नहीं कर रहा है,तो पीयूष को बुरा लगता है, हिस्ट्री की क्लास चल रही है उसमे वह पेपर पर लिखता है,क्या है गुरु ,नाराज़ हो,कौशल लिखता है ,नही बहुत खुश हूं,कल मार खाते खाते बचा हुं, अब तुम देखो अपनी सुंदरी को ,वह लिखता है,यार वो मोबाइल का क्या करेंगे,कौशल लिखता है, जेब में चवन्नी नही और सपने देख रहे हैं मोबाइल के ,कहो गुरुजी से दिलवाएं, दरअसल ये लिख कर बात करने का फायदा ये है की टीचर को लगेगा लड़का पॉइंट्स नोट कर रहा है और बात भी हो जाती है, तभी टीचर पीयूष से कहता है, " दुबेजी के सुपुत्र ,क्या हो रहा है,! वह हड़बड़ा कर कहता है," कुछ नही प्वाइंट नोट कर रहा था,"! वह मुस्कराकर बोले" अच्छा,! ज़रा दिखाना ,"! कौशल को लगा अब तो मार पड़ी ,क्योंकि अगर स्कूल के शिक्षक के बच्चे बदमाशी करते हैं, तो उनकी खूब पिटाई होती है,पर अब तो पीयूष भी स्मार्ट हो गया है, वह दूसरा बुक उठा कर ले जाता है जिसमे उसने अभी कुछ प्वाइंट नोट किए थे,! टीचर देखते हैं, और कहते हैं " जाओ,बेटा आज छोड़ रहा हूं,मैने भी इसी क्लास में पढ़ाई की है,!पीयूष मुस्कराकर जाता है,।

2 बजे स्कूल से छूटने के बाद वह पापा के साथ घर पहुंचता है तो, वह मां से मोबाइल के लिए जिद्द करता है उसके पापा कहते हैं" मोबाइल लेकर आवारागर्दी करेगा, अभी पढ़ाई करो, पढ़ाई ,! पीयूष खाए बिना उठ जाता है और अपने कमरे में जाकर रोने लगता है, उसकी मां पति से कहती है " उस से छोटे छोटे बच्चे मोबाइल लेकर घूम रहे हैं,बड़ा हो गया है,है बात पर डांटा मार करिए एक ही बेटा है दस नही ,"! दुबे जी कहते हैं, " तो क्या करें सर चढ़ा लें,"! वह भी गुस्से में जाते है ,2 मिनट में बाहर आकर 10 हज़ार रुपए पत्नी को देते हैं और कहते हैं" जाओ दिला दो अपने सुपुत्र को मोबाइल"! और क्लास के लिए निकल जाते हैं, मां पीयूष को बुलाकर पैसे देती है,वह खुश होकर मां के पैर छूता है,!
पीयूष और कौशल मोबाइल की दुकान पर खड़े हैं उनके साथ एक और मित्र है जो मोबाइल के बारे में जानकारी रखता है, एक मोबाइल पसंद करते हैं, पीयूष पूछता है"  कब तक चालू होगा, मुझे किसी से बात करनी है"! दुकान वाला कहता है" कौनो लौंडिया है का, "! 

मोबाइल लेकर पीयूष बहुत खुश होता है,
नंबर चालू होते ही वह पहले अपने पापा को कॉल करता है,और बताता है कि उसने फोन ले लिया,! अब वह मृदुला को कॉल करता है,पहली बार फ़ोन नही पिक होता है, तो उसे लगता है कहीं गलत नंबर तो गलत नहीं है,कौशल कहता है" का हुआ ,गलत नंबर चिपका दिया ई ससुरी लड़की जात ऐसे ही होती हैं,"! तभी फोन बजता है, पीयूष हड़बड़ा कर देखता है क्योंकि पहली बार पहला कॉल उसकी मोबाइल पर था, और वही नंबर भी ,वह कौशल को देखता है तो वह कहता है" अबे उठा देखता का है,"! वह उठाता है," सामने से कोई आवाज़ नहीं आता है तो वह कौशल को देखता है,वह फिर हैलो कहता है , तो सामने से आवाज़ आती है" पीयूष जी कुछ बोलोगे या फोन ही देखोगे ," ! वह चौक जाता है और हड़बड़ा कर कहता है" आप मृदुला जी बोल रही हो,"! वह कहती हैं" नही जी ,उनकी भूत बोल रही हूं,कुछ बतियांगे या मोबाइल ही देखते रहोगे,लगता है ,अभी नया मोबाइल खरीदे हो हमसे बतियाने के लिए"! वह कहता है," तुम्हे कैसे पता ,की हम अभी खरीदे हैं,"! वह कहती है" वो का है ना पांच दिन पहले जब हमारे पापा हमे बर्थडे पर मोबाइल दिए तो हम भी अपनी सहेली से ऐसे ही बतिया रहे थे,! अच्छा जी शाम को अपने अड्डे पर बैठ के आराम से बतियाएंगे ,अभी पढ़ाई चल रही वाशरूम के बहाने बाहर आए हैं, ओके बाय हमारे साजन,! वह फोन रखती है तो वह फोन को ही चूम लेता है,कौशल कहता है" तू तो पूरा मजनू हो गया गुरु, तु गया काम से"! 

शाम गंगा किनारे दोनो दोस्त बैठे हैं,और मोबाइल में लगे हैं पीयूष की नजर बार बार दूसरे किनारे पर लगी है,तभी सामने वो आती दिखाई देती है,वह खड़ा हो कर हाथ हिलाने लगा,आस पास के लोग भी दूसरी तरफ देखने लगते हैं तो वह दूसरी तरफ हाथ कर लेता है, तभी मोबाइल की रिंग बजती है तो उसका नंबर देख वह फट से उठता है , वह कहती है" , तुम्हारा चुम्मा लेने का मन कर रहा है, ! और वह फोन पर ही चूम लेती  है, पीयूष चौक कर फोन को देखता है , कौशल कहता है" चुम्मा ले रही का, "! पीयूष कहता है " चिल्ला के पूरे घाट को बताएगा गधा,,! कौशल हंसने लगता है,!! 
आगे की कहानी अगले भाग में पढ़िए,,!!
14
रचनाएँ
तुझ बिन नहीं जीना
0.0
यह एक टीन एज प्यार की कहानी है ,नदी के उस पार रहने वाली लड़की से पियूष को प्यार हो जाता है,
1

तुझ बिन नहीं जीना

24 अक्टूबर 2021
3
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">भाग 1</p> <p dir="ltr">पीयूष दुबे वाराणसी के दशमेश घाट के पास ही रहता

2

तुझ बिन नहीं जीना

24 अक्टूबर 2021
3
1
0

भाग 2<div><br></div><div>पीयूष नदी के किनारे बैठा उस पार चल रही अठखेलियों को देख रहा था, उसका मन तो

3

तुझ बिन नहीं जीना

24 अक्टूबर 2021
3
0
0

भाग 3<div><br></div><div>शाम को कौशल और पीयूष साथ साथ गंगा किनारे पहुंचे कौशल उस से कहता है " यार तु

4

तुझ बिन नहीं जीना

24 अक्टूबर 2021
1
0
0

भाग 4<div><br></div><div>पीयूष और कौशल गंगा किनारे उछलते मस्त मौला की तरफ तरह चल रहे हैं,कौशल

5

तुझ बिन नहीं जीना

25 अक्टूबर 2021
1
0
0

भाग 5<div><br></div><div>दोनो ही चुप चाप वहा से भागते हैं,पीयूष भीगे हुए घर पहुंचता है ,मां देखे इसक

6

तुझ बिन नहीं जीना

25 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">भाग 6</p> <p dir="ltr">आज स्कूल में कौशल पीयूष से कहता है ," भाई आज त

7

तुझ बिन नहीं जीना

26 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr"></p> <p dir="ltr">भाग 7</p> <p dir="ltr"><u>पीयूष</u> और कौशल दोनो मे

8

तुझ बिन नहीं जीना

28 अक्टूबर 2021
0
1
0

भाग 8 <div><br></div><div>पीयूष अपने कमरे में बैठा पढ़ रहा है, पर उसका मन पढ़ने में नही लग रहा

9

तुझ बिन नहीं जीना

29 अक्टूबर 2021
1
1
0

भाग 9 <div><br></div><div>एग्जाम की तारीख तय होती है, पीयूष के पिता उसे अब पढ़ाई पर ध्यान देने

10

तुझ बिन नहीं जीना

30 अक्टूबर 2021
1
0
0

भाग 10<div><br></div><div>पीयूष घर में बैग रखता है आज उसे बहुत गुस्सा आ रहा है, उसकी मां उसे द

11

तुझ बिन नहीं जीना

31 अक्टूबर 2021
2
0
0

भाग 11 <div><br></div><div>पीयूष की आंखों के आंसू पोछने के बाद कौशल कहता है," अबे रोने से काम न

12

तुझ बिन नहीं जीना

1 नवम्बर 2021
0
0
0

भाग 12 <div><br></div><div>पीयूष पानी में गोते खा रहा है ,दूसरे मगरमच्छ को देख सभी चिल्लाने लगत

13

तुझ बिन नहीं जीना

1 नवम्बर 2021
0
0
0

भाग 13<div><br></div><div>मृदुला पीयूष का फोटो देख रही है, तभी उसकी छोटी बहन, ममता आती है, और कहती ह

14

तुझ बिन नहीं जीना

1 नवम्बर 2021
0
0
0

भाग 14<div><br></div><div>उस दुर्घटना से उबरने के बाद ,पीयूष पढ़ाई में लग जाता है, मृदुला भी भी पढ़ा

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए