नई दिल्लीः यमन में सऊदी गठबंधन सेनाओं के हवाई हमले में 140 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और पांच सौ से अधिक लोग घायल हो गए। हमला राजधानी सना में उस वक्त हुआ, जब एक जनाजा निकल रहा था। हालांकि सऊदी गठबंधन सेनाओं ने ऐसे किसी हमले में खुद के शामिल होने से इन्कार किया है।
तीन सौ कफन हुए तैयार
उधर इंटरनेशनल रेड क्रॉस ने तीन सौ कफन तैयार करने की बात कही है। जिस समय हवाई हमला हुआ, उस वक्त हूती विद्रोहियों के गृहमंत्री के पिता का अंतिम संस्कार हो रहा था। रेड क्रॉस की रीमा कमाल के मुताबिक जनाजे वाली जगह पर चुनकर हमला किया गया। ताकि विद्रोहियों को निशाना बनाया जा सके। उस वक्त सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। मारे जाने वालों में तमाम आम नागरिक भी शामिल हैं। 2014 में शुरु हुए गृहयुद्ध के बाद से अब तक लगभग 30 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं।
हूती विद्रोहियों के दमन में लगी है सऊदी सेना
हूती विद्रोही पिछले काफी समय से यमन के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं। यमन की अपील पर उसके कई साथी देश इन विद्रोहियों के दमन में लगे हैं। इसमें सऊदी गठबंधन की सेनाएं खास भूमिका अदा कर रहीं हैं। सेना और विद्रोहियों के बीच मुठभेड़ में अब तक छह हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। राष्ट्रपति अब्दुर्रब मंसूर हादी की सरकार हूती बाग़ियों और पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्लाह सालेह की समर्थक सेना से जंग में लगी है।