देहरादून : उत्तराखंड के कुमाऊ मंडल के बागेश्वर जिले के भेटा करड़िया गांव के दलित सोहनराम की के मामले में राजनीति शुरू हो गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत दलित सोहनराम के घर पहुंचे और उनकी पत्नी से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री रावत ने दलित सोहनराम के परिवार को समाज कल्याण विभाग की ओर से अनुसूचित जाति उत्पीड़न योजना के तहत पांच लाख 62 हजार 500 रुपए का चेक तथा राज्य सरकार की और से पांच लाख रुपए का चेक मृतक परिवार को सौंपा।
मुख्यमंत्री ने बागेश्वर के जिलाधिकारी को आदेश दिया कि राज्य सरकार के पांच लाख के चेक में से ढाई लाख रुपए मृतक सोहनराम के माता-पिता का संयुक्तखाता खोल कर उसमें डाले जाएं और बाकी के ढाई लाख रुपए मृतक के बच्चों के नाम का संयुक्त खाता खोल कर उसमें डाले जाएं।
रावत बोले कि मैं मृतक सोहनराम के परिवार वालों से माफी मांगने आया हूं। अब आगे से किसी गरीब की ऐसे हत्या नहीं होने दी जाएगी। सोहनराम के परिवार से मिलने सबसे पहले कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दलित नेता प्रदीप टम्टा गए थे। टम्टा सोहनराम के परिवार की दुर्दशा देख कर फफक-फफक कर रो पड़े थे और उन्होंने मुख्यमंत्री रावत का ध्यान इस घटना की ओर दिलाया।
इसी हफ्ते सोहनराम के गांव के एक अगड़ी जाति के एक शिक्षक ने आटा पिसने की चक्की छूने पर हत्या कर दी थी। इस शिक्षक ने सोहनराम पर आटा चक्की छूकर उसे अशुद्ध करने का आरोप लगाया था और दराती से सोहनराम की गर्दन काट दी थी। मौके पर ही सोहनराम ने तड़फ तड़फ कर दम दोड़ दिया था।