देहरादून: देवभूमि उत्तराखण्ड के विकास नगर में EVM मशीन से छेड़खानी का मामला हाई कोर्ट पहुंच गया है। पूर्व कैबिनेट मंत्री नवप्रभात ने मशीन के साथ टैम्परिंग, छेड़छाड़ करने का आरोप लगाते हुए उच्च न्यायालय से जांच करने की मांग की है। कोर्ट ने मशीन को सील कर के प्रिजर्व करने के आदेश भी दे दिये हैं।
विकासनगर से दूसरे नंबर पर रहे कांग्रेस नेता नवप्रभात की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट में न्यायमूर्ति एसके गुप्ता की एकलपीठ ने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए विकासनगर के ज्यूडिशियल मैजिस्ट्रेट के सामने मशीन को सीलकर प्रिजर्व करने के आदेश दिए हैं।
न्यायालय को याची ने विकासनगर विधानसभा में फर्ज़ी वोटरों के बारे में बताते हुए कहा है कि विधायक मुन्ना सिंह चौहान का भी एक से ज़्यादा क्षेत्रों में वोट है। याचिका में केंद्रीय और राज्य चुनाव आयोग, मुख्य सचिव, आरओ विकासनगर और नवनिर्वाचित विधायक मुन्ना सिंह चौहान को पार्टी बनाया गया है। छह सप्ताह के अंदर इस मामले में सभी को जवाब देने के लिये कहा गया है।