देहरादून: हल्द्वानी राज्य के खिलाड़ियों में अब और निखार आएगा। सरकार प्रदेश में खेल ों को बढ़ावा देने के लिए निजी एकेडमी खोलने को बढ़ावा दे रही है। निजी एकेडमी खोलने के लिए राज्य का खेल विभाग आर्थिक मदद भी देगा। यहां प्राइवेट के अलावा पंचायती राज संस्था भी खेल एकेडमी खोल सकती हैं।
एकेडमी खोलने के लिए जरूरी शर्त
कोई भी स्टेडियम खोले उसे ’कम से कम 10 साल तक खेल एकेडमी को संचालित किया जाना आवश्यक है। एकेडमी बंद करने से पहले दिए गए अनुदान को प्रो-रेट बेसिस पर ब्याज सहित वापस करना होगा। खेल एकेडमी में शुल्क का निर्धारण प्रायोजक करेगा, लेकिन अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को सामान्य खिलाड़ी की फीस से 25 फीसदी कम पर प्रशिक्षण की सुविधा दी जाएगी।
अन्तरराष्ट्रीय मानकों के समान होंगे
इस योजना के लिए चयन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित समिति करेगी। एकेडमी के गठन के बाद प्रायोजक(जो भी एकेडमी खोलेगा) को उसके प्रबंधन, कोच, शुल्क, समय अनुमानित खिलाड़ियों की जानकारी खेल विभाग को देनी होगी। खेल सचिव शैलेश बगोली की ओर से जारी शासनादेश के अनुसार, एकेडमी के पास खेल के लिए आवश्यक न्यूनतम जमीन और बुनियादी संरचना और उपकरण मौजूद होना चाहिए। सभी सामान राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरुप होंगे।
राज्य सरकार करेगी मदद
प्रदेश में खेल स्टेडियम बनाने या एकेडमी खोलने पर राज्य सरकार अब अनुदान देगी। पंचायती राज संस्थाओं और स्थानीय निकाय को इस योजना के तहत स्टेडियम बनाने पर 50 फीसदी तक अनुदान दिया जाएगा। दूसरी तरफ प्राइवेट लोगों को सरकार 25 फीसदी अनुदान देगी। अनुदान की अधिकतम राशि 50 लाख रुपये हो सकती है। ये संस्था खोल सकती हैं एकेडमी जैसे पंचायती राज संस्थाएं, स्थानीय निकाय, व्यक्तिगत प्रायोजक, गैर सरकारी संगठन।