देहरादून : उत्तराखंड में जहाँ विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वहीँ कांग्रेस पार्टी के अंदर का अंतर्कलह भी बढ़ता जा रहा है। अब कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय समेत पीसीसी के नेताओं को आज दिल्ली तलब किया है। 18 अक्टूबर को दिल्ली में होने वाली बैठक में उत्तराखंड में कांग्रेस पार्टी और सरकार के अंदर चल रहे मतभेदों को ख़त्म करने के साथ-साथ सहयोगी पीडीएफ के साथ भी संबंधों को सुधारने को लेकर बात होगी।
पिछले काफी समय से प्रदेश संगठन सरकार पर अपनी उपेक्षा का आरोप लगा रहा है। वहीं सरकार की पीड़ा है कि संगठन भाजपा से भी ज्यादा बढ़चढ़ कर विपक्ष की भूमिका अदा कर रहा है। इसी अन्तर्कलह के कारण उत्तराखंड में कांग्रेस के 9 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे। इन विधायकों में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और हरक सिंह रावत के अलावा अमृत रावत, शैलेंद्र मोहन, कुंवर प्रणव सिंह, सुबोध उनियाल, प्रदीप बत्रा, शैला रानी रावत और उमेश शर्मा शामिल थे।
इससे पहले भी कई खांटी कांग्रेसी पार्टी को अलविदा कह चुके हैं जिनमे कांग्रेस के सांसद रहे सतपाल महाराज भी शामिल थे। हालाँकि सतपाल महाराज के पार्टी छोड़ने के बाद भी उनकी पत्नी अमृता रावत कुछ समय तक कांग्रेस में रही और अब वह बीजेपी में शामिल हो गई हैं। कांग्रेस पार्टी को इस बात का डर है कि अगर पार्टी के अंदर यही अन्तर्कलह जारी रही तो आगामी चुनावों में हार का मुंह भी देखना सकता है।
यूपी में रीता बहुगुणा जोशी भी नाराज
उत्तरप्रदेश की दिग्गज कांग्रेसी नेता और हेमवती नंदन बहुगुणा की बेटी रीता बहुगुणा जोशी के भी बीजेपी की तरफ आने की खबरें आ रही है। सूत्रों के अनुसार वह बीजेपी के संपर्क में बताई जा रही है। रीता बहुगुणा जोशी के बीजेपी में आने की संभावना इसलिए भी प्रबल है क्योंकि उनके भाई विजय बहुगुणा खुद भाजपाई हो चुके हैं।