देहरादून: देवभूमि उत्तराखण्ड में विधानसभा चुनाव के दौरान हरिद्वार में पीएम मोदी की बिना अनुमति के रैली को लेकर सीएम हरीश रावत ने आज दिल्ली में चुनाव आयोग से शिकायत कर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की. वरिष्ठ कांग्रेस नेता अम्बिका सोनी के नेतृत्व में मुख्यमंत्री हरीश रावत, पीसीसी चीफ किशोर उपाध्याय, इंदिरा हृदयेश, सरिता आर्य और संजय कपूर ने मुख्य चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर इस मामले में सं ज्ञान लेने का अनुरोध किया है. इंडिया संवाद से बातचीत में सीएम हरीश रावत ने कहा कि अगर उनके हेलीकॉप्टर की कई बार जांच की सकती है तो फिर बिना इजाज़त के रैली कैसे की जा सकती है.
दरअसल, कांग्रेस का कहना है कि हरिद्वार में रोड शो के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष और सीएम हरीश रावत के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की जा सकती है तो पीएम मोदी के विरुद्ध क्यों नहीं. मतगणना भले ही 11 मार्च को हो, लेकिन उत्तराखण्ड की सियासत में दोनों बड़े दलों के बीच तलवारें खिंची हुई हैं. चुनाव आयोग के दर पर शिकायतों का दौर जारी है. बिना अनुमति के हरिद्वार में प्रधानमंत्री की जनसभा के मामले को कांग्रेस अपने हाथ से नहीं जाने देना चाहती है. मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ कांग्रेस पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली में चुनाव आयोग से पीएम मोदी के आचार संहिता उल्लंघन करने की शिकायत की है.
सीएम हरीश रावत का कहना है कि हरिद्वार में बिना इजाज़त के पीएम मोदी की रैली हुई. जब स्थानीय स्तर पर इस मामले में उचित कार्रवाही नहीं हुई तो उन्हें मुख्य चुनाव आयुक्त की शरण में आना पड़ा.सीईसी से मिलने के बाद सीएम रावत ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि बीजेपी ने चुनावों में पानी की तरह पैसा बहाया है. छोटे राज्यों में इस तरह पैसे बहाने से चुनाव प्रक्रिया प्रभावित होती है. सीएम ने कहा कि उनके हेलीकॉप्टर की कई बार जांच हुई.
दरअसल भाजपा का कहना है कि चूंकि राहुल गाँधी और सीएम हरीश रावत पर हरिद्वार रोड शो पर मुकदमा दर्ज हो गया था इसलिए कांग्रेस केवल बदले की भावना से ऐसा कर रही है. भाजपा को चुनाव आयोग पर पूरा भरोसा कांग्रेस को जो करना हो वो करे. भाजपा का कहना है कि कांग्रेस केवल अपनी खीझ मिटाना चाहती है.
गौरतलब है कि 10 फरवरी को हरिद्वार में प्रधानमंत्री की जनसभा की अनुमति भाजपा ने नहीं ली. जिसके बाद कार्यक्रम के प्रभारी और हरिद्वार के जिलाध्यक्ष के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दे दिए गए थे. वहीं प्रदेश अध्यक्ष को भी इस बाबत नोटिस दिया जा चुका है. लेकिन कांग्रेस का कहना है कि जब राहुल के रोड शो में नियत समय से ज्यादा देर तक कार्यक्रम करने पर सीएम और राहुल गांधी के खिलाफ मुकदमा र्दज किया जा सकता है तो प्रधानमंत्री पर क्यों नहीं.