चतरा :- झारखंड का एक और वीर सपूत सीमा पर शहीद हो गया. कश्मीर के बारामूला में मंगलवार की देर रात हुए आंतकी हमले में आर्मी का बहादुर जवान शक्ति शहीद हो गया. जिला मुख्यालय, चतरा के प्रोफेसर कालोनी निवासी अधिवक्ता संत कुमार सिंह के पुत्र शक्ति (32) आर्मी में नायक के पद पर पदस्थापित थे. शक्ति 58 दिनों की छुट्टी बिता कर सात अगस्त को यहां से रवाना हुए थे. उनकी पोस्टिंग उत्तर प्रदेश के मथुरा में थी. इसी बीच उनका स्थानांतरण कश्मीर के कुपवाड़ा स्थित आरआर यूनिट में कर दिया गया था. नई यूनिट में योगदान के लिए शक्ति श्रीनगर से कनवाई से रात को कुपवाड़ा के लिए रवाना हुए थे.
शक्ति की शादी वर्ष 2008 में मयूरहंड निवासी पूर्व मुखिया अनिल ¨सह की पुत्री खुशबू कुमारी से हुई थी. शक्ति के दो पुत्र हैं. बड़ा पुत्र निहाल सिंह की उम्र करीब छह वर्ष है. जबकि दूसरे की उम्र एक महीना दस दिन है. शक्ति ने वर्ष 2002 में आर्मी में योगदान दिया था। उस वक्त उसकी उम्र मात्र अठारह वर्ष थी। पहली पोस्टिंग पंजाब के पाटियाला में हुई थी। करीब चार वर्ष तक वे पाटियाला में रहे थे। उसके बाद उनका स्थानांतरण मथुरा में कर दिया। शहीद नायक के परिजन मूल रूप से चतरा जिले के मयूरहंड प्रखंड के अंबातरी गांव के निवासी हैं। लेकिन लंबे समय से अधिवक्ता संत कुमार सिंह यहां पर अपना घर बनाकर परिजनों के साथ रह रहे हैं। संत कुमार सिंह के दो पुत्र और तीन पुत्री हैं। दोनों पुत्र शक्ति और बबलू सिंह आर्मी में पदस्थापित हैं। बबलू भी जम्मू-कश्मीर के लेह में पदस्थापित हैं। आतंकी हमले की सूचना शक्ति के परिजनों को बुधवार की सुबह करीब नौ बजे मिली। आर.आर यूनिट के कमांडेंट ने मोबाइल पर सूचना दी। सूचना मिलते ही परिवार के सदस्यों पर गम का पहाड़ टूट पड़ा। शक्ति की शहादत की खबर पूरे जिले में जंगल की आग की तरह फैल गई। लोगों की भीड़ शहीद जवान के घर पर जुटने लगी। सांत्वना देने के लिए सांसद सुनील कुमार सिंह, डीसी संदीप कुमार, एसपी अंजनी कुमार झा, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश जय प्रकाश नारायण पांडेय, पूर्व सांसद सह विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी, पूर्व मंत्री सत्यानंद भोक्ता, पुर्व राजद विधायक जनार्दन पासवान,एसडीपीओ ज्ञान रंजन के अलावा व्यवहार न्यायालय के कई न्यायाधीश, पुलिस एवं प्रशासनिक अफसरों के अलावा विभिन्न राजनीति एवं स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का तांता लगा हुआ है। शहीद का पार्थिव शरीर गुरुवार की रात चतरा आने की उम्मीद है। पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के बाद चतरा से उनके पैतृक गांव अंबातरी ले जाया जाएगा। अंबातरी में ही अंतिम संस्कार होगा।