नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बहुप्रतिछित लखनऊ की रैली के बाद चुनाव आयोग पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान कर सकता है. ऐसा कहा जा रहा है कि 4 जनवरी को मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिुपर में कराये जाने वाले चुनाव कि तिथियों कि घोषणा कर सकता है.
24 दिसंबर को ही चुनाव आयोग ने कर ली थी तैयारी पूरी
आपको बता दें कि इससे पहले 'इंडिया संवाद' ने तीन दिन पहले लिखी अपनी खबर में स्पष्ट किया था कि चुनाव आयोग ने 24 दिसंबर को अपनी तैयारी चुनाव करने को लेकर पूरी कर ली है. लेकिन चुनाव आयोग केन्द्र सरकार की और से हरी झंडी दिखाए जाने का इंतजार कर रही है. एक अंग्रेजी चैनल के मुताबिक 4 जनवरी को विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित कर देगी.
यूपी में 7 फरवरी से मार्च के पहले हफ्ते में चुनाव संभव
आयोग के सूत्रों ने कहा कि पांच राज्यों में चुनाव के कार्यक्रम का ऐलान चार जनवरी तक हो सकता है. उत्तर प्रदेश में सात चरणों में मतदान हो सकते है. बाकी चार राज्यों में एक बार में चुनाव होने की संभावना है. सूत्रों के अनुसार यूपी में 7 फरवरी से मार्च के पहले हफ्ते के बीच चुनाव संभव है. यूपी विधानसभा चुनाव 7 चरण में हो सकते हैं जबकि उत्तराखंड, पंजाब, गोवा व मणिुपर में चुनाव एक चरण में होंगे. उत्तराखंड और पंजाब में 8 फरवरी को चुनाव करवाए जा सकते हैं.
आदर्श आचार संहिता को सख्ती से लागू करने के निर्देश
कैबिनेट सचिव और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, मणिपुर तथा पंजाब के मुख्य सचिवों को भेजे पत्र में आयोग ने पहले जारी निर्देशों को संकलित करके भेजा है, जिनमें कहा गया है कि चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी तरीके से लागू होनी चाहिए. आयोग की ओर से जारी ‘किये जाने वाले’ और ‘नहीं किये जाने वाले’ कार्यों की सूची में सार्वजनिक स्थान के दुरुपयोग से बचना, प्रचार के लिए सरकारी वाहनों के इस्तेमाल से बचना, राज्य सरकार की वेबसाइटों से राजनीति क पदाधिकारियों की तस्वीरें हटाना और सत्तारूढ़ पार्टी की मदद के लिहाज से विज्ञापनों के लिए सरकारी धन के इस्तेमाल पर रोक लगाना शामिल है.चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों से इलेक्ट्रानिक मीडिया में जारी होने वाले प्रस्तावित राजनीतिक विज्ञापनों के पूर्व-प्रमाणन के लिए जिला और राज्यस्तर पर मीडिया प्रमाणन और निगरानी समितियों से संपर्क करने को भी कहा है.