12 नवेंबर 2017 को दिल्ली के सिरी फ़ोर्ट अडिटोरियम में करीब हजरू रेकॉर्ड्स होल्डर्स को अपने अपने रेकॉर्ड्स के लिए सम्मानित किया गया इसमे पीयूष गोयल को भी उनके रेकॉर्ड भगवद् गीता को दर्पण छवि में व सुई से लिखी दुनिया के पहली पुस्तक मधुशाला को भी वर्ल्ड रेकॉर्ड के लिए पदक दे कर सम्मानित किया गया हैं.
पीयूष गोयल ने एक विश्वप्रसिध काम किया हैं उन्होने दुनिया की पहली हाथ से सुईं से किताब लिखी हैं.और उस किताब का नाम हैं 'मधुशाला" जिसके लिए उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रेकॉर्ड्स, इंडिया बुक ऑफ रेकॉर्ड्स, वर्ल्ड रेकॉर्ड असोसियेशन व वर्ल्ड रेकॉर्ड यूनिवर्सिटी ने ऑन्रारी डाक्टरिट डिग्री से सम्मानित किया हैं.
पीयूष गोयल अब तक 15 विश्वा प्रसिद्ध पुस्तके दर्पण छवि में लिख चुके हैं,अलग अलग तरीके से
1.श्रीमदभगवद् गीता (हिन्दी) ----पेन
2.श्रीमदभगवद् गीता (इंग्लीश)---पेन
3.श्रीदुर्गा सप्त्सत्ती(संस्कृत)-----पेन
4.सांई सतचरित्रा (हिन्दी) ----पेन
5..सांई सतचरित्रा (इंग्लीश) ----पेन6 & 7.सुंदर कांड ( 2 बार)----पेन
8.रामचरित्रमानस ( केवल दोहा सोरठा और चोपेयी)----पेन
9. मधुशाला (सुई से)
10.गीतांजलि( मेहंदी से)
11.पीयूष वाणी(अल्यूमिनियम सीट)----कील से
12.पीयूष वाणी(पारदर्शी सीट पर)----फॅब्रिक कोन लाइनर से
13.पंचतंत्र----कार्बन पेपर से14. मेरी इक्यावन कविता एँ---मॅजिक सीट पर लकड़ी के कलम से
15.चाणिक्या नीति--लकड़ी के कलम से