देहरादून: योगेन्द्र यादव ने कहा कि उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव में भी प्रयोग के तौर पर कुछ सीटों पर वह अपनी पार्टी के टिकट पर कुछ प्रत्याशी उतार सकते हैं। उनकी स्वराज इंडिया पार्टी दिल्ली के आगामी निकाय चुनावों में चुनावी मैदान में उतरेगी। उन्होंने कहा कि अप्रैल में राजधानी दिल्ली में निकाय चुनाव प्रस्तावित हैं। आगामी निकाय चुनावों मे उनकी पार्टी पूरी ताकत से चुनाव लड़ेगी। योगेन्द्र यादव स्वराज अभियान के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
संगठन की ओर से देहरादून में आयोजित संगोष्ठी में उन्होंने कहा कि स्वराज इंडिया के नाम से राजनीति क दल की मान्यता लेने के लिए आवश्यक काग़ज़ात चुनाव आयोग को भेजे गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले तीन महीनों में राज्य में स्वराज इंडिया पार्टी की इकाई गठित करने का अभियान चलाया जाएगा। स्वराज इंडिया पार्टी प्रायोगिक तौर पर देहरादून के विधानसभा चुनाव में भी कुछ सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
नोटबंदी जल्दबाज़ी में लिया गया छोटा फ़ैसला
योगेन्द्र यादव ने मोदी सरकार के नोटबंदी के फ़ैसले को अच्छा बताते हुए कहा कि यह जल्दबाज़ी में लिया गया छोटा फ़ैसला है। उन्होंने कहा कि इससे कालेधन का पता लगाने में कुछ हद तक कामयाबी मिली है, लेकिन फैसले के अमल में कमियों के कारण आम आदमी को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ा है। योगेन्द्र यादव ने सुझाया कि विपक्षी दलों को इस फैसले का विरोध करने की बजाय बड़ी मछलियों पर लगाम लगाने के लिए केंद्र से मिलकर नई रणनीति बनाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने उत्तराखंड मे शराब और पलायन पर बड़ा अभियान चलाने की भी बात कही। उन्होंने कहा कि यहां की महिलाओं मे पलायन और शराब के खिलाफ गुस्सा है।
दिल्ली में बैठकर गांवों को ख़त्म करने की साज़िश रची जा रही
योगेंद्र यादव ने एक दिन पहले ही केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि दिल्ली में बैठकर गांवों को ख़त्म करने की साज़िश हो रही है। गांव के लोगों को चोर और भिखारी बनाने की साज़िश को देखें और समझे। जबकि गांव इस देश का भविष्य है। एक दशक में खेती और किसान तबाह हो जायेंगे। सरकार ने ये तय कर दिया है। गांव और किसान की आय को खत्म किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोगों की आशाओं से खेल ा है
योगेंद्र यादव ने कहा था कि प्रधानमंत्री लोगों की आशाओं से खेल रहे हैं। नोटबंदी से पूरे देश को दो हिस्सों में बांट दिया गया. पूरे देश को लाइन में खड़ा कर दिया गया। कई करोड़ मानव कार्य दिवस का नुकसान हुआ। ये अधूरे कदम हैं, बड़े कदम की सरकार में हिम्मत नहीं हैं, बड़े खिलाडियों पर हाथ डालों। शराब बंदी पर उन्होंने कहा कि शराब एक बड़ा मुद्दा है. ये पूरे देश का मुद्दा है. यादव ने कहा कि शराब बंदी पर ठोस नीति की ज़रुरत। सरकार ने इस सपने को तोड़ा है। 1 साल में 399 नयी दुकाने खोल दीं हैं और शिक्षा के नाम पर धोखा दिया जा रहा है. मौजूदा सरकारें यकीं करने लायक नहीं। सरकारें शिक्षा के जरिये खायी पैदा कर रही हैं, इस पर सोचें।