
नई दिल्लीः उग्र हिंदुत्व चेहरे के कारण जिस योगी आदित्यनाथ को पार्टी और मीडिया में सीएम के लिए अछूत माना जा रहा था, उसी योगी ने सीएम बनकर सबको चौंका दिया। आम जनता हो या फिर पार्टी विधायक और मीडिया के बड़े मठाधीश। सबकी गणित फेल हो गई। इस फैसले से साफ पता चलता है कि विधानसभा चुनाव में बंपर सफलता के बाद भाजपा अभी बहुसंख्यक वर्ग का और ध्रुवीकरण करने की तैयारी में है। मकसद है कि 2019 के लोकसभा चुनाव आते-आते भाजपा सभी हिंदुओं को पार्टी के झंडे के नीचे लाने में सफल हो। ताकि मुस्लिम वोट बैंक पार्टी की राह में रोड़ा साबित न हो। हिंदुओं का पार्टी में ध्रुवीकरण सिर्फ योगी कर सकते हैं। यह बात बखूबी समझते हुए मोदी और शाह ने उनकी यूपी के लिए ताजपोशी की। योगी गोरखपुर से लगातार पांच बार से सांसद हैं।
जानिए योगी के बारे में
योगी आदित्यनाथ का वास्तविक नाम अजय सिंह नेगी है।
योगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखंड में हुआ था।
उन्होंने गढ़वाल विश्विद्यालय से गणित में बीएससी किया है।
गोखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ ने उन्हें अपना उत्तराधिकारी घोषित किया जिसके बाद वह 1998 में सांसद बने
योगी आदित्यनाथ जब 12वीं लोकसभा में सांसद बनकर पहुंचे तब उनकी उम्र मात्र 26 साल थी।
इसके बाद आदित्यनाथ 1999, 2004, 2009 और 2014 में भी लगातार सांसद चुने जाते रहे।
सितंबर 2014 में उनके गुरु महंत अवैद्यनाथ के महाप्रयाण के बाद वह गोरखपुर मंदिर महंत यानी पीठाधीश्वर बने।
योगी सांसद होने के साथ साथ हिंदू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं।