लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सत्ता पाने के बाद आज पाली बार अपने विधायको के साथ मत्वपूर्ण वार्तालाप किया।योगी ने सभी विधायकों का परिचय प्राप्त किया और प्रदेश में कुशल प्रशासन लागू करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका और सहयोग की अपेक्षा की है। बैठक में योगी आदित्य नाथ ने विधायको को कुछ कड़े निर्देश भी दिए है।योगी आदित्य नाथ ने विधान सभा सदस्यों को अगाह किया कि वे अधिकारियो के साथ अनावश्यक वाद विवाद न करे,धैर्य और सायंम से बात करे,अनावश्यक काम करने के लिए किसी प्रकार का दबाव न बनाये।
योगी ने विधायको को इस आशय के निर्देश भी दिए है कि वे अपने सरकारी आवासों में अनावश्यक व्यय न कराये। जितना अनुरक्षण जरूरो हो उतना ही काम कराये। ज्ञात हो पिछली सरकारों में कतिपय विधायको द्वारा अपने सरकारी आवासों में नियमो के विरुद्ध अंनावश्यक रूप सेअस्थायी निर्माण कार्यो के नाम पर स्थायी निमाण भी कराये और ए सी सहित बिजली के अनेकों उपकरण लगवाये थे जिसपर राज्य सरकार का व्यय भार बाहत बढ़ गया था।मुख्यमंत्री ने अपने विधायकों और मंत्रियों से सख्त लहजे में कहा, अवास को लेकर कोई दबंगई न करें, जिसे जो अवास आवंटित हुआ है।
सत्ता के नशे में मदहोश भाजपा के विद्याको और उनके परिवारवालो ने खुद को नेता समझकर अपने क्षेत्रों में पुलिस और अन्य विभागों में हस्तक्षेप करना आरम्भ कर दिया।ऐसा ही कुछ देखने को मिला इटावा जिन जिले के भर्थना सीट से जीतींबीजेपी विधायिका सावित्री कठेरिया के बेटे धर्मेंद्र के बारे में जो पुलिस थाने में रौब दिखाते दिखे। यह खबर आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने पार्टी विधायकों को सख्त हिदायत दी है कि पुलिस थानों में विधायक पुत्रों की दबंगई कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।बीजेपी विधायक के बेटे धर्मेंद्र ने भर्थना थाने में साफ-सफाई को लेकर पुलिसकर्मी को डांट लगाई।वहाँ खड़े लोगों ने जब उनसे यह सवाल किया वह किस हैसियत से इस तरह थाने में रौब झाड़ रहे हैं, तो धर्मेंद्र ने कहा कि 'योगी जी' ने उससे ऐसा करने को कहा है।
इसी प्रकार यूपी के शाहजहांपुर इलाके में भी विधायक पुत्र की दबंगई का मामला सामने आया था। यहां बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा के बेटों की दबंगई को लेकर इस तरह की शिकायत आई थी कि निगोही थाने के एसओ से लेकर सिपाहियों तक कुल 18 पुलिसवालों ने उनसे परेशान होकर एसपी से तबादले का अनुरोध कर दिया था।
मुख्यमंन्त्री योगी ने बीजेपी विधायक दल की बैठक में उन्हें थानों और अधिकारियों के साथ दबंगई नहीं करने को कहा है. इसके साथ ही उन्होंने विधायकों को सोशल मीडिया से सतर्क रहने को भी कहा हैं।मुख्यमंन्त्री योगी ने विधायक- मंत्रियों के अलावा सरकारी अधिकारियों के लिए भी नई गाइडलाइन जारी की हैं। इसमें उनसे ऑफिशियल मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट्स नहीं करने की खास हिदायत दी है।
योगी आदित्यनथ मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कानून व्यवस्था पर खास जोर दे रहे है, इससे पहले उन्होंने डीजीपी से मुलाकात में साफ कर दिया था कि पुलिस किसी भी तरह की गुंडागर्दी को बर्दाश्त न करे।बीजेपी की जीत के बाद बरेली से लेकर अन्य जगह पर उपद्रव की खबरें आई थी जिसे लेकर मुख्य मंत्री ने कड़े शब्दों में कहा कि पुलिस उत्सव की आड़ में किसी प्रकार के उपद्रव को बर्दाश्त न करे।
योगी आदित्य नाथ ने विधायको को अंत में यह भी आश्वस्त भी किया कि विकास के कामो को लेकर कोई भी विधायक किसी भी समय उनसे मिल सकता है।
योगी आदित्य नाथ,मुख्यमंत्री को उनकी इस मानसिकता को देखते हुये यदि उन्हें विकास पुरुष की संज्ञा दी जाये तो अनुचित न होगा।