नई दिल्ली: योग गुरू बाबा रामदेव अब आयुर्वेद की दवाओं के साथ साथ यूपी बोर्ड का पाठ्यक्रम भी तैयार करेंगे। योगी सरकार के आने के बाद बाबा की धमक यूपी में तो बड़ी ही है और साथ ही उत्तराखण्ड और तमाम सरकारी नीतियों में इनकी सलाह भी ली जा रही है। इलाहबाद से मिली ख़बर के अनुसार बाबा के पतंजलि योग पीठ की मदद से शिक्षा का नया पाठ्यक्रम तैयार किया जा रहा है। यह पाठ्यक्रम कक्षा 9 से लेकर कक्षा 12 योग सिखाने पढ़ाने को लेकर है यूपी बोर्ड के इम्तिहान में अब बच्चों को 20 नंबर योग के देगा।
पतंजलि पीठ के चार विशेषज्ञ हुए शामिल
सूत्रों के मुताबिक़ बाबा रामदेव के चेले अब यूपी सरकार के शिक्षकों को योग के आसन सिखाएंगे। योग का पाठ्यक्रम अब 2017-18 से पढ़ाना अनिवार्य होगा। दरअसल, सरकार ने यह फ़ैसला सीएम योगी के निर्देश पर योग शिक्षा के कार्यक्रम को अनिवार्य बनाने के मद्देनज़र किया है। सूत्रों ने बताया कि बाबा रामदेव के चार चेले इलाहबाद जाकर यूपी बोर्ड में प्रश्न पत्र तायार करने में अफ़सरों की मदद करेंगे। बोर्ड में दो अधिकारी प्रश्न पत्र के साथ साथ योग का पाठ्यक्रम भी तय करेंगे। यूपी बोर्ड के 25 हज़ार से अधिक स्कूलों में नौवीं से बारहवीं तक के एक करोड़ से अधिक विद्यार्थियों को अब योग विद्या गंभीरता से पढ़नी होगी।
नैतिक और शारीरिक शिक्षा को 15-15 अंक
कक्षा नौ से 12 तक नैतिक शिक्षा, खेल एवं शारीरिक शिक्षा नाम से 50 नंबर का एक अनिवार्य पेपर है। इसके अंक परीक्षाफल में नहीं जोड़े जाते हैं। विद्यार्थियों को नंबर के बजाय ग्रेड दिया जाता है। इसी पेपर के तहत योग को भी रखा गया है। हाईस्कूलस्तर पर 50 में छह और इंटरस्तर पर पांच अंक योग के लिए हैं। योग के हिस्से का अंक बढ़ाकर 20 करने के बाद बाकी हिस्से के अंकों में भी फेरबदल होगा। यूपी बोर्ड की सचिव शैल यादव ने बताया कि अब नैतिक शिक्षा और शारीरिक शिक्षा के लिए 15-15 अंक होंगे।
26 अप्रैल को बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा प्रस्ताव
बोर्ड सचिव ने बताया कि 26 अप्रैल यानी बुधवार को यूपी बोर्ड की बैठक होगी। पाठ्यक्रम समिति की बैठक में जो सुझाव आए हैं, उसके आधार पर विस्तृत प्रस्ताव तैयार कर बोर्ड के सामने रखा जाएगा। बोर्ड से मंजूरी के बाद इसे शासन को भेजा जाएगा। वहां मंजूरी मिल गई तो बदली व्यवस्था जुलाई से शुरू होने वाले नए शैक्षिक सत्र में लागू कर दी जाएगी।