लखनऊ : उत्तर प्रदेश की नई योगी सरकार को आए 14 दिन बीत चुके हैं और अब तक इसकी पहली कैबिनेट बैठक नहीं हुई है. लेकिन अब योगी कैबिनेट की पहली बैठक 4 अप्रैल को शाम 5 बजे होने का ऐलान कर दिया गया है. उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने इस बात की पुष्टि की है. अब सबके मन में यही सवाल है कि इस कैबिनेट बैठक में योगी सरकार का मंत्रिमंडल कौन से बड़े फैसले करने वाला है.
किसानों की कर्ज माफी को लेकर हो सकता है बड़ा फैसला
माना जा रहा है कि इस कैबिनेट में यूपी के किसानों की कर्ज माफी को लेकर कोई फैसला किया जा सकता है जैसा कि बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था. इसके अलावा यूपी में बिजली चोरी को रोकने के लिए भी कुछ कड़े कदमों का ऐलान संभव है. वहीं कानून-व्यवस्था के मोर्चे पर कैबिनेट मीटिंग में कुछ और सख्त फैसलों का ऐलान हो तो ताज्जुब नहीं होना चाहिए.
क्या हैं योगी सरकार के बड़े फैसले ?
यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आते ही ताबड़तोड़ फैसले लेने शुरू कर दिए. इस कड़ी में अब तक योगी सरकार ने ये बड़े फैसले किए-
सीएम योगी ने अपने पहले आदेश में तमाम मंत्रियों को संपत्ति का ब्योरा देना को कहा. इतना ही नहीं अफसरों को भी संपत्ति का पूरा ब्योरा सीएम ऑफिस को देने को कहा गया है.
.राज्य में अवैध बूचड़खानों पर नकेल कसी गई. इससे गौवध की रोकथाम होने की बात कही गई है.
.महिलाओं को छेड़छाड़ से बचाने और उनकी सुरक्षा के लिए एंटी रोमियो दल का गठन कर दिया गया.
.राज्य में सरकारी विभागों में कामकाजी घंटों के दौरान पान-गुटखा खाने पर रोक लगाई और प्लास्टिक के इस्तेमाल पर भी रोक लगाई.
.योगी ने अपने मंत्रियों को आदेश दिया कि कोई मंत्री अनाप शनाप बयानबाजी नहीं करेगा. इसके लिए सरकार के 2
.प्रवक्ता नियुक्त किए गए हैं जो मीडिया तक सरकार की बात पहुंचाएंगे.
.योगी सरकार ने यूपी के तमाम थानों, पुलिस चौकियों और पुलिस लाईन्य में साफ-सफाई करने का आदेश दिया है.
.गोमती रिवर फ्रंट घोटाले की जांच के आदेश दिए हैं. पूर्व यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खान के लिए इससे मुश्किलें पैदा हो सकती हैं.