नई दिल्ली : यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने राजधानी लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में यह बात स्वीकार की है कि उनके पिता मुलायम सिंह यादव ही असली मुख्यमंत्री रहे, लेकिन उनके संरक्षण में वह ट्रेनी सीएम बनकर ही अब इतना कुछ सीख चुके हैं की दोबारा सूबे में अगर सरकार उनकी पार्टी की बनती है तो वह एक सफल शासक बनकर अपनी सरकार चला सकते हैं.
सेमिनार में कबूली यह बात
अखिलेश मंगलवार को यहाँ आयोजित कारोबारियों के एक सेमिनार में मुख्य अतिथि बनकर आये हुए थे. इस दौरान अखिलेश ने कहा कि मैं पहली बार ट्रेनी सीएम ही रहा. ड्राइविंग सीट पर कोई और बैठा रहा. अंडर ट्रेनिंग रहते मेरे काम की जनता प्रशंसा कर रही है. इसलिए दोबारा आया तो इससे भी अच्छा काम करुंगा. मालूम हो कि अखिलेश के सीएम बनने के बाद से ही आरोप लगते रहे हैं कि उनके गद्दी पर रहते हुए बागडोर किसी और के हाथ में है. अक्सर मुलायम सिंह यादव उन्हें सरेआम फटकार लगाते भी देखे गए हैं. अभी पिछले दिनों ही 15 अगस्त को शिवपाल यादव की नाराजगी के मद्देनजर अखिलेश को मुलायम ने सरेआम डांट लगा दी थी.
विरोधियों को आड़े हाथ लिया
इस मौके पर अखिलेश अपने विरोधियों पर पलटवार करने से नहीं चूके. उन्होंने बीजेपी को आड़े हाथो लेते हुए कहा,"हमारी सरकार को पांच मुख्यमंत्रियों और साढ़े पांच मुख्यमंत्रियों की सरकार बताने वाले अपने लिए एक अदद सीएम उम्मीदवार नहीं ढूंढ पा रहे." अखिलेश ने सवर्ण सीएम उम्मीदवार को लेकर कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया.