नई दिल्ली : यूपी की अदालत में सुनवाई के दौरान मरी हुई महिला के जिंदा हो जाने की खबर से हड़कंप मच गया. दरअसल यह कारनामा पुलिस का है. बताया जाता है कि जिस महिला कि हत्या के आरोप में चित्रकूट पुलिस ने उसके पति और सास को गिरफ्तार कर महीने भर पहले जेल भेजा था. वह महिला कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रकट हो गयी.
40 दिनों से महिला के पति और सास जेल में बंद
गौरतलब है कि पुलिस ने एक माह पहले इसी महिला की हत्या का मामला दर्ज किया और कार्रवाई करते हुए पति और सास को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया. करीब 40 दिनों से महिला के पति और सास जेल में बंद हैं. पिछले हफ्ते इस मामले की सुनवाई सीजेएम सुभाष सिंह की कोर्ट में चल रही थी. तभी ‘मृत’ महिला सीजीएम कोर्ट में पेश हो गयी और हलफनामा देकर खुद के ज़िंदा होने की बात कही.
महिला बिना बताये ससुराल से गायब हुई
इस खबर के फैलते ही कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई. जिस किसी भी ने सुना वह उस महिला को देखने के लिए दौड़ पड़ा. दरअसल पूरा मामला राजापुर थाना क्षेत्र के टिकरा सिरावल गांव का है. बेराउर गांव की ज्ञान वती का विवाह 2015 में टिकरा गांव के मंझा उर्फ़ उदित नारायण से हुआ था. ज्ञानवती 5 अक्टूबर 2016 को ससुराल में बिना किसी को बताए गायब हो गई थी.
महिला के पति ने की थी शिकायत
ज्ञानवती के अचानक गायब होने के बाद उसके पिता मिलनवा ने राजापुर थाने में ससुराल वालों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराई थी. उसी दौरान कौशाम्बी में किसी अज्ञात महिला का शव मिलने पर ज्ञानवती के पिता ने शिनाख्त की कि यह लाश उसकी लापता पुत्री ज्ञानवती की है. जिस पर पुलिस ने ज्ञानवती की हत्या के मामले में उसके पति उदित नारायण और चचिया सास सुमित्रा और उसके एक साल के मासूम पुत्र को अरेस्ट कर जेल भेज दिया. फिलहाल सीजेएम चित्रकूट सुभाष सिंह ने पुलिस के आला अफसरों से इस मामले में रिपोर्ट तलब की है.