नई दिल्ली : अरे सीएम अखिलेश साहब ! विकास के मुद्दे को लेकर जनता के बीच वोट मांगने जा रहे हैं. लेकिन इससे पहले ये तो देख लीजिये कि आप जिस समाजवादी पार्टी की सरकार की साफ सुथरी तस्वीर को जनता के सामने पेश करेंगे. कहीं उस पर आपकी पार्टी और आपकी पुलिस की गंदी हरकतों का दाग तो नहीं. दरअसल आपकी पुलिस ने शाहजहांपुर में एक गरीब के फूंके गए मकान पर दबंगों के खिलाफ कार्यवाही करने की बजाय उसे इलाका छोड़ने की सलाह दे डाली है.
इंसाफ के लिए भटक रहा गरीब परिवार
जिसके चलते दबंगों के आगे यह गरीब अब घुटने टेकता दिख रहा है. अरे यूपी के रखवाले सीएम साहब आप तो कहते थे की हम गुंडागर्दी अपने राज में नहीं होने देंगे. लेकिन अब ये क्या हो रहा है. क्या यह सरेआम गरीबों पर अत्याचार नहीं. फिलहाल ये अत्याचार दबंग ही नहीं आपकी खाकी वर्दी वाली पुलिस भी कर रही है. सीएम साहब गरीब का कसूर सिर्फ इतना है कि उसने अवैधरूप से खेत में चल रही असलहा बनाने की फैक्ट्री को बंद करने की मांग की थी. इसके बाद दबंगों ने उसके घर को ही आग में स्वाहा कर डाला. घरवालों की कुटाई भी तबियत से करी और जब वह इंसाफ मांगने गया तो उसे आपकी पुलिस ने इलाका ही छोड़ने की सलाह दे डाली.
सीएम साहब कब खत्म होगी गुडागर्दी
क्या आपके राज में गरीबों के लिए कोई जगह नहीं है. मामला यूपी के शाहजहांपुर का है जहां दबंगों ने एक किसान के घर को आग के हवाले कर दिया. किसान का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने दबंगों को अपने खेत में तमंचे की अवैध फैक्ट्री का विरोध किया था. फिलहाल पीड़ित अब पुलिस अफसरों से न्याय की गुहार लगा रहा है. राख में तब्दील हो चुके अपने घर की राख पर बैठे इस किसान का नाम निजामुद्दीन है. थाना मिर्जापुर के उईला थाथरमई के रहने वाले इस किसान ने इलाके के दबंग राजेश सिंह को अपने खेत में अवैध तमंचे की फैक्ट्री चलाने को मना कर दिया था.
दबंगों के गरीब का घर किया स्वाहा
इसके बाद राजेश अपने एक दर्जन साथियों के साथ किसान के खेत में बने घर पर पहुंचा और पूरे परिवार को जमकर पीटा. इतना ही नहीं दबंगों ने किसान के घर में लूटपाट के बाद आग लगा दी और देखते ही देखते पूरा घर राख में तब्दील हो गया. दबंगों ने धमकी दी कि वो अपना खेत छोड़कर गांव से भाग जाये वर्ना उन्हें जान से मार दिया जाएगा. जब पीड़ित थाने पहुंचा तो पुलिस ने रिपोर्ट तो दर्ज कर ली लेकिन पुलिस ने किसान को सलाह दी कि वो इलाका छोड़कर कहीं दूसरी जगह चला जाये क्योंकि दबंगों के सामने पुलिस बेबस थी.
कल्लू डकैत के साथियों का कहर
पीड़ित किसान मूलरूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, जिसने यहां खेती के लिए जमीन खरीदी थी. अपने खेत में ही मकान बनाकर वो यहां रह रहा था. दरअसल दबंग राजेश सिंह के परिवार के लोग कल्लू डकैत के साथी रह चुके हैं. जिसके चलते पूरे इलाके में इनका खौफ है. थाने का कोई भी पुलिसकर्मी उनके खिलाफ कार्रवाई से घबराता है. फिलहाल पुलिस के आलाधिकारी अब आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कर रहे हैं.
पुलिस पर उठ रहे हैं सवाल
प्रदेश सरकार कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कोशिश तो कर रही है लेकिन इन दबंगों के सामने यूपी पुलिस बौना साबित हो रही है. यही वजह है कि एक महीना बीत जाने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. ऐसे में इस बात से इन्कार नहीं किया जा सकता कि गुंडे अभी भी यूपी पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं.