नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक झटके में 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करके बड़ा फैसला किया। इस फैसले को मोदी सरकार ने काले धन पर सर्जिकल स्ट्राइक" करार दिया तो विपक्षी दल इसे जनता पर सर्जिकल स्ट्राइक बता रहे हैं। अहम सवाल है कि क्या यह फैसला यूपी चुनाव में भाजपा की चुनावी नौका पार करेगा या उसे डुबो देगा। इस बड़े फैसला का आगे चुनाव पर असर क्या होगा, पार्टी नेता भी सही तस्वीर को लेकर असमंजस में हैं।बहरहाल यह आने वाला वक्त ही बताएगा कि मोदी की कालेधन पर सर्जिकल स्ट्राइक पार्टी को लाभ पहुंचाती है या नुकसान। भाजपा के कई नेता इस फैसले के नफा-नुकसान देख रहे हैं। वहीं कुछ नेताओं का मानना है कि उनके इस फैसले से एक बड़े वर्ग में एक गलत संदेश गया है।
बीजेपी नेताओं को सता रही चुनाव की चिंता
बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबी कतारें, शादियों की वजह से लोगों को हो रही मुसीबतें, पैसे ना मिलने की वजह से मरते लोग। जैसे कुछ मुद्दे हैं जो भाजपा के लिए आने वाले चुनाव में परेशानी खड़े कर सकते हैं। भाजपा के रणनीतिकार इससे जनता को हो रही इन सभी परेशानियों की वजह से आने वाले यूपी चुनाव में चिंतित हैं। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि ये एक क्रांतिकारी फैसला है लेकिन इस फैसले से कई लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। पार्टी के लिए आने वाले समय में घातक हो सकता है।
यूपी चुनाव मे बदली हवा
पीएम मोदी के इस फैसले से पहले भाजपा अपने आप को सबसे आगे मानकर चल रही थी। भाजपा आने वाले यूपी चुनाव में किसानों को हो रही समस्याओं जैसे मुद्दे उठाने की तैयारी में थी लेकिन पीएम मोदी के फैसले के बाद यूपी के किसान परेशान हो रहे हैं। भाजपा इस चुनाव में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी पर खाद-बीज, किसानों को हो रही परेशानी को चुनाव में भुनाने की तैयारी में थी लेकिन अब विपक्ष किसान के उन मुद्दों को उठाने की तैयारी में हैं। जो पैसे की कमी की वजह से किसानों को हो रही हैं। जो किसान पहले खुले तौर पर मोदी जी की तारीफ करते थे अब वो पीएम मोदी की आलोचना कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता एक सुर में बोले
समाजवादी पार्टी नेता शिवपाल सिंह यादव और यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसानों की बात करते हुए प्रधानमंत्री मोदी की खिंचाई की है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि किसान खरीफ की फसल की तैयारी कर रहे थे लेकिन मोदी ने किसानों की समस्याओं को बढ़ा दिया है।
भाजपा नेता भी नहीं है खुश
भाजपा महासचिव विजय बहादुर पाठक ने स्वीकार किया कि गरीब और मध्यम वर्ग को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार जल्द ही पैसे की समस्या पर नियंत्रण पा लेगी। भाजपा महासचिव ने कहा कि लोगों को कई परेशनियों का सामना करना पड़ रहा है। हम इससे इंकार नहीं कर रहे हैं लेकिन भले ही लोग पीएम मोदी के फैसले से खुश ना हो लेकिन संतुष्ट हैं," भारतीय जनता पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद ने नाम ना बताने की शर्त पर कहा कि देश में स्थिति गंभीर है लोगों इन समस्याओं पर हम बस तर्क दे सकते हैं।
कांग्रेस ने साधा निशाना
कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ने कहा कि नोटबंदी के इस फैसले से गरीब और मिडिल क्लास के लोगों को कई समस्यों का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले उदयवीर सिंह ने कहा कि काला धन रखने वाले लोग किसी तरह रास्ता निकाल लेंगे लेकिन सबसे ज्यादा अगर किसी को परेशानी होगी तो वो है इस देश का गरीब।
भाजपा नेता ले रहे हैं पल-पल की खबर
ऐसा नहीं है कि भाजपा नेता लोगों को हो रही परेशानियों से अनजान है। यहीं वजह है कि बैंकों और एटीएम के बाहर लगे लोगों की मदद करने के लिए पानी और चाय दे रहे हैं। भाजपा के कई नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को विशेष रूप से लोगों की मदद में लगाया है। आपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को लोगों के बीच जाने के निर्देश दिए गए हैं और इसे मोदी का मास्टर स्टोक के बारे में प्रचार करने के लिए कहा गया है। कुछ सूत्रों ने बताया है कि 24 दिसम्बर लखनऊ में होने वाली पीएम मोदी की रैली को जनवरी के लिए पोस्टपोन कर दिया गया है।