
लखनऊ : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे संगठन को सशक्त बनाने के साथ पार्टी की नीतियों के प्रचार प्रसार और जनसंपर्क का कार्यक्रम जोरशोर से चलाएं। अन्याय का विरोध करें और पीड़ितों की मदद करें। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार में जनता को राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
नौकरशाही की बहानेबाजी नहीं चलेगी
अखिलेश यादव सोमवार को पार्टी मुख्यालय लखनऊ में एकत्र सैकड़ों कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होने कहा कि प्रदेश में अराजकता क्यों है, इसका जवाब भाजपा सरकार को देना ही होगा। नौकरशाही पर विकास कार्याे में बाधक बनने की बात कहकर मुख्यमंत्री अपनी सरकार की निष्क्रियता को छुपा नहीं सकते हैं। भाजपा नेताओं द्वारा बयानबाजी के बाद बहानेबाजी अपनाने से जनता को बहकाना अब संभव नही हैं।उन्होंने कहा है कि समाजवादी सरकार में विकास की दृष्टि और संकल्प शक्ति भी थी। लाखों को रोजगार समाजवादी सरकार में ही मिला था। बुंदेलखंड में राहत और विकास के कार्य उनकी सरकार के कार्यकाल में ही हुए थे। किसानो, गरीबों, नौजवानों और अल्पसंख्यकों के हित में तमाम योजनांए लागू की गई थी। महिलाओं को सुरक्षा और सम्मान मिला था। भाजपा राज में गरीबों की पेंशन बंद हो गई है। अपराध बढ़े हैं। महिलाएं असुरक्षित हैं। अल्पसंख्यक आतंकित हैं।
अखिलेश से मिलने वालों का लगा तांता
समाजवादी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चैधरी ने बताया है कि आज भी अखिलेश यादव से मिलने वालों का तांता लगा रहा। इनमें नौजवान, महिलाएं तथा अल्पसंख्यक समुदाय के लोग बडी संख्या में थे। विधान भवन के सेन्ट्रल हॉल में विपक्षी समानातंर सदन की कार्यवाही के बाद कई विधायकों एवं पूर्व मंत्रियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेताओं के एक दल ने मिलकर कहा कि अखिलेश भैया से उन्हें बहुत प्रेरणा मिलती है। नौजवानों की समस्याओं का समाधान अखिलेश यादव के मुख्यमंत्रित्वकाल में ही हुआ था। आज भी नौजवानों को उन पर पूरा भरोसा है। श्री यादव से पश्चिम और पूर्वी उत्तर प्रदेश के किसानों के प्रतिनिधि भी भेंट करने आये थे। रामकोला कुशीनगर 1992 आन्दोलन के किसान नेता रामनिवास यादव ने अखिलेश यादव से मिलकर किसानों की समस्याओं के बारे में चर्चा किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री यादव से भेंट करने वालों में उत्तराखण्ड के सपा प्रदेश अध्यक्ष कुलदीप रावत एवं कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश के पार्टी के नेता भी शामिल थे।