लखनऊ : एलडीए में अफसरों को धोखे में रखकर अंसल API का नक्शा पास कराने का एक ताजा मामला सामने आया है। हालांकि ऐन वक्त पर उपाध्यक्ष प्रभु एन सिंह ने इस मामले को पकड़ लिया। उन्होंने इसके लिए न सिर्फ जिम्मेदार इंजीनियरों व अधिकारियों को कड़ी फटकार लगायी है बल्कि कुछ इंजीनियरों को हटाने का भी आदेश किया है।
मास्टर प्लान में बदलाव बना नक्शों के पास होने में रोड़ा
एलडीए के कुछ इंजीनियरों ने सुलतानपुर रोड पर टाउनशिप विकसित करने वाले अंसल API की ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास होने के लिए तीन दिन पहले तकनीकी कमेटी के सामने रखा था। हाईटेक टाउनशिप के तहत लाइसेंस पाने वाले इस बिल्डर की टाउनशिप का डीपीआर कई वर्ष पहले पास हुआ था। इस बीच वर्ष 2016 में तत्कालीन एलडीए उपाध्यक्ष सतेन्द्र सिंह ने मास्टर प्लान 2021 में कुछ संशोधन करा दिया। उन्होंने विस्तारित क्षेत्र के मास्टर प्लान को 2021 के मास्टर प्लान में जोड़कर 2031 के लिए नया मास्टर प्लान बनवा दिया। दिसम्बर 2016 में शासन ने मास्टर प्लान 2031 को मंजूरी भी दे दी।
अंसल API के पुराने डीपीआर में हुआ बदलाव
इस तरह अंसल API के पुराने डीपीआर में भी बदलाव हो गया। बिल्डर की टाउनशिप की कुछ जमीन का भू.उपयोग भी बदल गया। जमीन का भू.उपयोग आवासीय से ग्रीन हो गया। मास्टर प्लान बदलने से अंसल API की टाउनशिप के डीपीआर में भी एलडीए को बदलावा कराना था लेकिन एलडीए के इंजीनियरों ने इसमें बदलावा नहीं कराया। पुराने मास्टर प्लान के अनुसार तैयार डीपीआर के अनुसार उन्होंने अंसल API के ग्रुप हाउसिंग का नक्शा पास करने का प्रस्ताव तकनीकी समिति में भेज दिया। तीन दिन पहले तकनीकी कमेटी में इसका नक्शा पास होने का प्रस्ताव रखा गया था। नक्शा पास भी हो जाता लेकिन उपाध्यक्ष ने ऐन वक्त पर इसे पकड़ लिया। इसके बाद उन्होंने प्राधिकरण के सभी जिम्मेदार अधिकारियों व इंजीनियरों को कड़ी फटकार लगायी। उपाध्यक्ष ने इस मामले में उन इंजीनियरों को भी हटाने का आदेश किया है जिन्होंने धोखे में रखकर नक्शा पास कराने का प्रयास किया। अब इसको लेकर एलडीए में खलबली मची है। कुछ इंजीनियरों पर गाज गिरनी तय है