लखनऊ : मीट एक्सपोर्ट एसोसिएशन के प्रवक्ता फौजान अल्वी ने हामिद अंसारी के बयान पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि अगर आपको हालात अच्छे नजर नहीं आ रहे थे, तो अपने संवैधानिक कार्यकाल के दौरान कुर्सी क्यों नहीं छोड़ी ? इसके साथ ही उन्होंने इस बात को मजबूती के साथ मंच पर उठाया बल्कि यह भी कहा है कि उन्हें इस बात का इन्तजार रहेगा कि हिन्दुस्तान में ऐसा नेता कब आएगा जब उसको हालात ख़राब नजर आते ही अपनी संवैधानिक कुर्सी को त्याग कर समाजसेवा और सुधार कार्य में समर्पित हो जायेगा.
फिलहाल अल्वी का मानना है कि जब बाबरी मस्जिद के विध्वंस होने पर देश भर में दंगे होने लगे तो सिर्फ सुनील दत्त ने ही अपने पद से त्याग पत्र देने की हिम्मत जुताई थी. जबकि उस वक्त भी दर्जनों मुसलमान सांसद सदन में मौजूद थे. उन्होंने कहा जब तक हामिद अंसारी अपनी कुर्सी पर बैठे रहे तब तक उन्होंने अपनी जुबान पर ताला लगाए रखा और जब कुर्सी से हटे तो मुसलमानों का दिल जीतने के लिए डॉमेबाजी कर रहे हैं. हाँ मुस्लिम लोग उन्हें तब उन्हें अपनी कौम का नेता समझते जब कुर्सी पर रहते हुए उन्होंने यह बयान दिया होता.
अल्वी ने यह भी कहा है कि अल्पसंख्यक समाज की राजनीति करने वाले नेता हामिद अंसारी अपना ये बयान देकर अब फिर से मुस्लिमों को खुश करने में जुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि कौम अब उनके बहकावे में आने वाली नहीं. कौम उनकी असलियत जान चुकी है. लेकिन वह ऐसा बयान इसलिए दे रहे हैं ताकि कौम उनका राजनैतिक पतन न करे. उन्होंने कहा कि अब मुसलमान की आँखों पर पड़ा पर्दा हट चुका है. मुसलमान जागरूक हो गया है. इसलिए उनकी ये झूठी बयानबाजी में फंसने वाला नहीं.