लखनऊ : उत्तरप्रदेश में शिक्षा की स्थिति कभी सुधरने का नाम नही लेती। परीक्षा परिणामों में लापरवाही का मामला अब सामने आया है . आगरा की भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी में जहाँ डीएड की परीक्षा 12 हजार लोगों ने दी लेकिन पास 20 हजार लोग कैसे पास हो गए किसी को नही पता। इस परीक्षा में 12822 बैठे थे लेकिन रिजल्ट के बाद 2 000 लोगों का ब्योरा भेजा गया।
दरअसल प्रवेश परीक्षा के बाद बीआर अंबेडकर यूनिवर्सिटी की बीएड काउंसिंलिंग में 13,449 छात्र-छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन मुख्य परीक्षा हुई तो उसमें सिर्फ 12822 छात्र- छात्राएं ही शामिल हुए। यूनिवर्सिटी की तरफ से इस परीक्षा का रिजल्ट तैयार करने की जिम्मेदारी एक निजी एजेंसी को दी गई थी और जब एजेंसी ने अपना काम शुरू किया तो वो हैरान रह गई।
एजेंसी के पास सिर्फ उन्हीं 12822 रजिस्टर्ड छात्रों का डेटा मौजूद था जबकि परीक्षा के लिए 20 हजार से भी ज्यादा छात्रों की कॉपियां जांची गई थीं और रिजल्ट तैयार करने के लिए भेज दी गई थीं। एजेंसी ने अतिरिक्त करीब ७००० छात्रों का रिजल्ट जारी करने में असमर्थता जताई तो पूरे मामले की छानबीन शुरू हुई।