नई दिल्ली : हाथी की सवारी से ऊबकर यूपी में कमल खिलाने आये बसपा के पूर्व सांसद बृजेश पाठक ने राजनीति की पिच पर ऐसा सिक्सर जमाया की बड़े-बड़े दिग्गज भी उनके बराबर स्कोर नहीं खड़ा कर पाए. लेकिन चंद दिनों पहले बसपा छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए पाठक ने अपनी पार्टी में ऐसी धाक बनाई कि यूपी अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या और स्वामी प्रसाद मौर्या भी उन्हें टकटकी लगाए देखते रह गए.
बीजेपी में बनाई बृजेश ने धाक
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी का सदस्य बसपा छोड़कर आये बृजेश पाठक को बनाया गया है. बताया जाता है की पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 100 सदस्य नियुक्त किये जाते हैं. वह भी बड़े चुनिंदा नेता को ही कार्यकारिणी में शामिल किया जाता है. पार्टी के लोगों के मुताबिक बृजेश पाठक को सदस्य नियुक्त किये जाने का मतलब यह है की उन्हें पार्टी में एक बड़े नेता के रूप में देखा जा रहा है.
यूपी चुनाव की कमान दी जा सकती है पाठक को
यही नहीं अगले साल होने जा रहे यूपी के विधानसभा चुनावों के साथ उन्हें अन्य राज्यों में भी चुनाव के दौरान पार्टी के प्रचार के लिए भेज जा सकता है. और तो और केरल के कालीकट में होने जा रही बीजेपी की तीन दिवसीय कार्यकारिणी की बैठक के लिए उन्हें बुलाया गया है. तीन दिनों तक चलने वाली इस बैठक की शुरुआत आगामी 23 सितंबर से केरल में आयोजित की जा रही है. बताया जाता है कि 25 सितंबर को इस बैठक का समापन होगा.
केरल में होगी तीन दिवसीय बैठक
बैठक में कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा कि जाएगी. जिसमें पार्टी को मजबूत बनाए जाने पर भी जोर देने की बात कही जा रही है. इतना ही नहीं तीन दिन तक केरल में चलने वाली इस बैठक में यूपी में अगले साल होने जा रहे चुनाव की कमान भी पाठक के हाथ में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बृजेश पाठक के हाथों में सौंप सकते हैं. इसके अलावा पार्टी की मजबूती और संग़ठन को जमीनी तौर पर लोगों से जोड़े जाने को लेकर भी इस बैठक में विचार विमर्श किया जा सकता है.