नई दिल्ली : यूपी में समाजवादी पार्टी के नेता और मुलायम सिंह के पुराने साथी बेनी प्रसाद वर्मा अपने बेटे राकेश को ग्राम विकास मंत्री अरविंद सिंह गोप कि सीट से चुनाव लड़वाने का मन बना रहे हैं. लेकिन गोप इस कुर्सी को छोड़ने को तैयार नहीं हैं. बताया जाता है कि कभी गोप को राजनीति के गुर सिखाने वाले बेनी बाबू को अब अपने चेले से ज्यादा सरोकार नहीं रहा है.
गुरु चेले में खिंची तलवारे
सूत्रों के मुताबिक बाराबंकी की रामनगर सीट को लेकर सपा में अब गुरु बेनी बाबू और चेले ( ग्राम विकास मंत्री ) अरविंद सिंह गोप के बीच भीतर ही भीतर राजनीतिक तलवारें खिंचती दिख रही हैं. बताया जाता है कि इसीलिए गोप अपने क्षेत्र में अपनी पकड़ अब और मजबूत करने में जुटे हुए हैं. ताकि उनका पत्ता कोई इस सीट से काट न सके. कभी मुलायम के सबसे करीबी मित्र कहे जाने वाले बेनी बाबू पार्टी में अमर सिंह के आने के बाद मुलायम सिंह से रिश्ता तोड़कर चले गए थे.
अमर का दामन थाम गोप ने सपा में जमाई धाक
ये उस दौर की बात है जब सपा में अमर सिंह की तूती बोलती थी. और यही नहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव पद की जिम्मेदारी भी उन्हें मुलायम सिंह ने सौंप रखी थी. सूत्रों के मुताबिक पार्टी में अमर सिंह के आगे अपना कद घटते देख बेनी बाबू मुलायम और उनकी पार्टी से रिश्ता तोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए. इस बीच सपा रोड पर थी और सूबे में बसपा की सरकार थी. सपा रोड पर आंदोलन करने को आमादा थी, लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती को यह पसन्द नहीं था कि सपा उनकी पार्टी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन करे.
गोप कैसे बने अमर के खास ?
जिसके चलते जैसे ही सूबे की राजधानी में जैसे ही सपा के महासचिव अमर सिंह अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे और उनको लेने गए सपा नेता अरविन्द सिंह गोप को एसओ आशियाना ने रोकने की कोशिश की वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उनसे भिड़ गए. जिसके चलते पुलिस ने गोप और अमर सिंह पर डंडे बरसाए. पुलिस की इस लाठी चार्ज में दोनों नेता घायल हो गए. जिसके बाद से गोप ने कभी पीछे मुड़के नहीं देखा और अमर सिंह से ठाकुरवाद का रिश्ता जोड़कर वह सपा में अपनी खासी घुसपैठ बनाते चले गए. यही नहीं उन्होंने अपने राजनीतिक गुरु बेनी बाबू को फिर पलट कर नहीं देखा. बहरहाल अब कांग्रेस से रिश्ता तोड़कर सपा के खेमे में
रामनगर सीट को लेकर भिड़े गुरु चेले
सूत्रों के मुताबिक मुलायम के पुराने मित्र बेनी प्रसाद वर्मा की वापसी हुई है. जिसके बाद से वह अपने बेटे को बाराबंकी जिले की रामनगर सीट से चुनाव लड़ाने का ख्वाब संजोये बैठे हैं. लेकिन इस सीट से वर्तमान में सपा के ग्राम विकास मंत्री अरविन्द सिंह गोप चुनाव जीत कर सपा सरकार में मंत्री बने हैं. इसलिए वह अपनी इस सीट को छोड़ना नहीं चाहते हैं. बताया जाता है कि जब से बेनी बाबू ने अपने बेटे राकेश को रामनगर सीट से चुनाव लड़ाने की इच्छा जताई है, तब से गोप ने अपनी जमीन इस सीट को लेकर और मजबूत करनी शुरू कर दी है. बहरहाल अब राम नगर की सीट को लेकर गुरु और चेले के बीच 36 का आंकड़ा शुरू हो गया है.