नई दिल्ली : समाजवादी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश की साईकिल सूबे में दौड़ाने को लेकर हैंडिल पकड़ने वाले कांग्रेस के हाथ से किये गए गठबंधन को लेकर आग बबूला हैं. उन्होंने ऐलान किया है कि वह कहीं चुनाव प्रचार नहीं करेंगे.
कांग्रेस से हाथ मिलाने पर मुलायम नाराज
सीएम अखिलेश के पिता मुलायम ने इस गठबंधन पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'मैं इस समझौते के खिलाफ हूं और इस गठबंधन के लिए कहीं चुनाव प्रचार करने नहीं जाऊंगा.' उन्होंने साथ ही कहा, 'सपा अकेले ही चुनाव जीतने में सक्षम थी और कांग्रेस से गठंबधन करने की जरूरत ही नहीं थी. हमारे जो नेता, जिनके टिकट कांटे हैं, वह अब क्या करेंगे? 5 साल के लिए तो मौका गंवा दिया.'
सपा-कांग्रेस की प्रेस वार्ता को मुलायम ने दिखाया ठेंगा
इससे पहले सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के औपचारिक ऐलान के बाद अखिलेश यादव और राहुल गांधी लखनऊ में पहली बार एक साथ मीडिया के सामने आए. इधर दोनों की प्रेस कांफ्रेंस चल रही थी, तो उधर मुलायम सिंह यादव लखनऊ से दिल्ली के लिए रवाना हो गए.
गठबंधन पर मुलायम की चुप्पी
वहीं दिल्ली एयरपोर्ट पर जब आजतक ने उनसे पूछा कि क्या वह सपा और कांग्रेस के गठबंधन से खुश हैं, तो मुलायम बिना कुछ नहीं बोले चलते बने थे. इतना ही नहीं मुलायम से ये सवाल भी पूछा गया कि क्या अखिलेश यादव ने उन्हें किनारे तो नहीं लगा दिया है, तो इस पर भी मुलायम चुप ही रहे.
अपनी ही पार्टी से मुलायम का किनारा
फिलहाल मुलायम के इस रुख से उनकी नाराजगी का साफ अंदाजा लग रहा था. अखिलेश यादव के सपा प्रमुख बनने के बाद मुलायम सिंह पार्टी के किसी भी हालिया कार्यक्रम में नहीं देखे गए. इतना ही नहीं पार्टी के घोषणापत्र के दौरान भी मुलायम नदारथ थे. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि कहीं मुलायम अपनी ही पार्टी में किनारे तो नहीं कर दिए गए हैं.