लखनऊ : यूपी में काली सूची में डाले गए कालेजों को एक बार फिर परीक्षा केंद्र घोषित कर दिया गया है.जिसके चलते नकल माफिया खुलेआम छात्रों और छात्राओं से पैसे की धनउगाही नकल कराने के नाम पर कर रहे हैं. बताया जाता है कि यह खेल कालेज प्रबन्धन और जिला विद्यालय निरीक्षक की सांठगांठ से चल रहा है. गौरतलब है कि जनपद गोंडा में तो जिस कालेज में खुलेआम नकल कराने का ठेका होता है, उसको भी परीक्षा केंद्र बना दिया गया है.
नकल कराने के नाम पर उठता है ठेका
सूत्रों के मुताबिक जनपद गोंडा के परसदा स्थित महाशकि्त विद्या पीठ इंटर कालेज में परीक्षा देने वाले छात्रों का आरोप है कि यहाँ टीचरों द्वारा नकल कराने के नाम पर ठेका उठता है, जो बच्चे होनहार होते हैं और नकल करना नहीं चाहते उनसे भी जबरन धन कि उगाही की जाती है. यही नहीं अगर कोई पैसे देने से मना करता है तो इस केंद्र के शिक्षक बाद में उस छात्र की कॉपी बदल देते हैं, जो उन्हें नजराना देने में आनाकानी करता है. बताया जाता है कि इस कालेज में नकल कराने का मामला जगजाहिर हो जाने के बाद भी उसे परीक्षा केंद्र घोषित किया गया है.
पीएम से की शिकायत
नकल के खिलाफ इस कालेज प्रबन्धन से लड़ाई लड़ चुके घनश्याम ने इस संबंध में पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिठ्ठी में उन्हें इन सब बातों से अवगत कराते हुए घनश्याम ने पीएम मोदी को इस बात से भी अवगत कराया है कि उसकी कॉपी रुपये ना देने के कारण टीचरों ने बदल दी थी, इस बात का खुलासा हाईकोर्ट लखनऊ के आदेश के अनुपालन में शिक्षा सचिव वासुदेव शुक्ल द्वारा की गयी जाँच में हो चुका है. यही नहीं जाँच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में यह बात साफ तौर पर लिखी थी कि भविष्य में इस कालेज को कभी भी परीक्षा केंद्र ना बनाया जाये. बावजूद इसके दागी कालेज को फिर से एक बार ले देकर परीक्षा केंद्र घोषित कर दिया गया है. जिसके चलते यहाँ फिर से ठेके पर नकल कराई जा रही है.