नई दिल्ली : यूपी में खनन माफियाओं का खेल जारी है. बेखोफ खनन माफियाओं के गुर्गे खुलेआम मजदूरों पर गोलियां बरसा रहे हैं. आलम यह है कि बाँदा ही नहीं वाराणसी और इलाहाबाद में भी खुलेआम सरकार को नजराना देकर खनन माफिया बालू और मौरंग की अवैध खनन जारी है. यही नहीं इस खेल में जिला प्रशासन से लेकर जिले के पुलिस कप्तान तक शामिल हैं.
25 करोड़ देकर अवैध खनन का कारोबार
सूत्रों के मुताबिक पूर्व खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के बाद से यह विभाग अब स्वंय मुख्यमंत्री अखिलेश सिंह यादव के पास है. बावजूद इसके खनन का खेल खुलेआम अवैध रूप से चल रहा है. बीजेपी प्रवक्ता आईपी सिंह के मुताबिक 25 करोड़ रुपये लेकर हर महीने खनन का अवैध कारोबार सूबे में धड़ल्ले से चल रहा है. इसको न तो रोकने के लिए पुलिस कोई कार्यवाही कर रही है और न ही जिला प्रशासन. जिसके चलते खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.
सूबे में अवैध खनन का कारोबार बेखोफ
सूत्रों के मुताबिक यह खेल केवल बाँदा में ही नहीं बल्कि इलाहाबाद, वाराणसी और बागपत जैसे सूबे के कई जिलों में खुलेआम चल रहा है. बताया जाता है कि खनन माफिया अवैधरूप से किये जाने वाले इस धंधे के एवज में ऊपर से लेकर नीचे तक प्रतिमाह करोड़ों रुपये का नजराना पेश करते हैं. और तो और इस खेल का खुलासा ना हो इसके एवज में जिले के पत्रकारों को भी मैनेज किया जाता है. यानि की उन्हें भी पैसे भुगतान किये जाते हैं.
आश्वासन साबित हो रहा है कोरा
गौरतलब है कि पिछले महीने कौशाम्बी मार्ग पर खनन माफियाओं के कुछ गुर्गों ने बालू से लड़े ट्रक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर जबरदस्त फायरिंग की थी. बावजूद इसके किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गयी.यही नहीं इस फायरिंग के चलते करीब एक दर्जन नावों में छेद हो गए थे. इसके साथ ही कई नाविकों के छर्रे भी लगे थे. इसको लेकर अखिल भारतीय किसान मजदूर संघ के महासचिव फूलचन्द्र और उपाध्यक्ष सुरेश निषाद ने बारा तहसील का घेराव भी किया था, जिसके बाद उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ.
बीजेपी सपा को करेगी बेनकाब
फिलहाल सूबे में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में बीजेपी अवैध खनन के चल रहे इस बड़े कारोबार को लेकर सपा सरकार को बेनकाब करने का मन बना चुकी है. बीजेपी प्रवक्ता आईपी सिंह बताते हैं कि यह सब सरकार के इशारे पर हो रहा है. गायत्री प्रजापति जब खनन मंत्री थे तो भी यही हो रहा था और अब भी. लेकिन अब साफ सुथरी छवि लेकर जा रहे जनता के बीच वोट मांगने अखिलेश को बीजेपी ने बेनकाब करने का मन बनाया है. दरअसल इस समय यह विभाग स्वंय मुख्यमंत्री अखिलेश के पास है.