नई दिल्ली : गांव की रामलीला और नौटंकी से लेकर बड़े परदे पर अपने अभिनय के माध्यम से दर्शकों का दिल गुदगुदा देने वाले राजपाल यादव 'सर्व समभाव पार्टी' के बैनर तले अब राजनीति के रंगमंच पर उतर आए हैं. परिवार और भाइयों के सहयोग से उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राजपाल यादव अपनी पार्टी लेकर राजनीती के अखाड़े में कूदने का मन बना चुके हैं. गांव, किसान और समभाव के मुद्दे पर राजपाल यादव चुनाव लड़ने और मौजूदा सियासी चेहरे को बदलने की बात करते हैं.
समाज से ख़त्म करना चाहते हैं जातिवाद
राजपाल यादव ने अभी हाल में हिंदी के एक अख़बार को दिए गए अपने साक्षात्कार में कहा है कि वह डर-भय से मुक्त होकर जातिवाद की राजनीति को हटाना चाहते हैं. एक समुदाय की सरकार चल रही है तो दूसरा समुदाय डर रहा है, इसे खत्म करना चाहते हैं. हम इनकी पार्टी ज्वाइन करते तो उनकी बड़ाई और उनकी पार्टी ज्वाइन करते तो इनकी बड़ाई करते, इसलिए हमने अपनी अलग पार्टी बनाई.
जानें यूपी चुनाव में पार्टी का एजेंडा
राजपाल के मुताबिक उन्होंने अपने दो भाइयों को 10-12 साल राजनीति सिखाई. जैसे मुझे अभिनेता बनने में 10-12 साल लगे, वैसे ही मेरे दोनों भाई अब नेता बनकर तैयार हैं. सर्व सम्भाव पार्टी की स्थापना वृंदावन में हुई, जो सेवा भाव से आई है. इसके राष्ट्रीय अध्यक्ष हमारे बड़े भाई श्रीपाल यादव हैं. राजेश यादव तिलहर विधानसभा से चुनाव से लड़ रहे हैं. छह भाइयों में दो भाई राजनीति के लिए, तीन भाई व्यापार के लिए और राजपाल यादव परिवार, व्यापार और प्रचार तीनों में हैं. प्रदेश में पिछले 15-20 साल से सिर्फ विवाद हो रहा है. एक योजना आती है तो दूसरा उसका विरोध कर रहे है. इसे देखते हुए हमने पार्टी बनाई. करीब 390 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और उम्मीदवार उतारेंगे.