नई दिल्ली : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती ने सपा सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि एक तरफ सीएम अखिलेश यादव यूपी-100 के जरिए 20 मिनट के अंदर घटना स्थल पर पुलिस पहुंचाने की व्यवस्था का प्रचार कर रहे हैं. दूसरी ओर इलाहाबाद में एक प्रमुख सपा नेता और पूर्व सांसद अतीक अहमद की दबंगई और गुंडई के काले कारनामें सपा सरकार के मुंह पर तमाचा मारने का काम कर रहे हैं.
गुंडों को भेजे सपा जेल
मायावती ने एक बयान जारी कर कहा कि ऐसी स्थिति में यदि सरकार के मुखिया में थोड़ी भी हिम्मत है तो वह पुलिस व्यवस्था को हाई-फाई बनाने की नाटकबाजी बंद करे और अपनी पार्टी के गुंडों, बदमाशों, माफियाओं को जेल की सलाखों के पीछे भेजें. जिससे जनता को राहत मिल सके.
सपा की गुंडई से भरे रहते हैं अख़बार के पन्ने
मायावती ने कहा कि सपा सरकार ने राजनीति क स्वार्थ के लिए पुलिस प्रशासन को जातिवादी और निष्प्रभावी बनाया. उन्होंने कहा कि जब सरकारी संरक्षण में ही हर तरफ अराजकता और जंगलराज है तो भला यूपी-100 का लाभ जनता को कैसे मिले. जब से प्रदेश में सपा सरकार बनी है तब से यहां गुंडों, बदमाशों, अराजक और भ्रष्ट तत्वों का जंगलराज हो गया है. उन्होंने कहा कि सरकार के मिलीभगत के कारण मुजफ्फरनगर दंगा, दादरी और मथुरा कांड हुआ. सपा के नेताओं की गुंडई और दबंगई के काले कारनामों से अखबारों के पन्ने भरे पड़े रहते हैं.
बबुआ कार्यक्रम में दोहराते हैं घिसी-पिटी बातें
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि ‘बीबीसी अर्थात बबुआ ब्राॅडकास्टिंग कारपोरेशन’ के कार्यक्रम में बबुआ सीएम ने फिर से घिसी-पिटी बातें दोहराईं. मुस्लिम समाज के लोग सपा से सावधान रहें. चुनाव के नजदीक कुछ ‘घोषणाएं और शिलान्यास’ चुनावी हथकंडे होते हैं.
अतीक से पुरानी खुन्नस है माया की
मालूम हो कि कानपुर कैंट विधानसभा सीट से सपा उम्मीदवार पूर्व सांसद अतीक अहमद के खिलाफ इलाहाबाद के नैनी में डीम्ड यूनिवर्सिटी शियाट्स में घुसकर मारपीट, धमकी, गालीगलौज, लूट, अपहरण की कोशिश और दहशत फैलाने का मामला दर्ज हुआ है. इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने कहा है कि मामले में अगर अतीक दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.