
लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बसपा सुप्रीमो मायावती मुस्लिम ट्रंप कार्ड खेल कर विधानसभा चुनाव में अपनी पार्टी का विजय पताका लहराने के मूड में दिखाई दे रही हैं. फर्रुखाबाद में एक जनसभा को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने मुस्लिम वोटरों से कहा है कि समाजवादी पार्टी को अपना वोट देकर अपना वोट बर्बाद ना करेने की अपील की है.
मुस्लिम वोटरों से सपा को वोट ना देने की अपील
मालूम हो कि पहले चरण की पोलिंग में एक हफ्ते से भी कम का वक़्त बाकी रह गया है. ऐसे में बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने मुसलमान वोटरों को अपना वोट बर्बाद नहीं करने की नसीहत देते हुए बीएसपी की झोली भरने की अपील की है. मायावती ने फर्रुखाबाद की चुनावी रैली में सीधे-सीधे मुसलमानों को मुखातिब करते हुए कहा कि वो अपना वोट बर्बाद नहीं करें. बीएसपी को वोट देने की अपील करती हुईं मायावती ने कहा, “मुलायम सिंह ने अपने छोटे भाई शिवपाल को अपमानित किया है और ऐसे में शिवापल इसका बदला लेंगे. इस तरह समाजवादी पार्टी जीतने वाली नहीं है इसिलए मुसलमान एसपी का समर्थन करके अपना वोट बर्बाद नहीं करें.”
मुस्लिमों की हिमायती बनी मायावती
गौरतलब है कि इस चुनाव में शुरू से ही मायावती की नज़र मुस्लिम वोटों पर है और उन्होंने सूबे की सत्ता पाने के लिए दूसरी पार्टियों के मुकाबले मुसलमानों को सबसे ज्यादा 100 सीटें दी हैं. यूपी में सात चरणों में मतदान हो रहे हैं और पहले चरण में 11 फरवरी को पोलिंग है. इसके साथ ही मायावती अखिलेश सरकार पर जमकर बरसीं और कहा कि सूबे में असुरक्षा और आतंक का माहौल है. हाल ये है कि सूबे में बाहुबलियों को जेड और वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है और इसमें केंद्र सरकार बराबर की शरीक है. उसने बाहुबलियों की सुरक्षा बढ़ाई है.
यूपी की सत्ता पर कांग्रेस की निगाहें
विकास के मुद्दे पर अखिलेश सरकार पर चोट करते हुए मायावती ने कहा है कि सूबे में विकास कार्य ठप पड़ा हुआ है और जो काम हुए हैं वो आधे अधूरे हैं. जनहित के मुद्दों पर सरकार की असफलता गिनाते हुए मायावती ने कहा कि इस सरकार ने इस दिशा में कोई काम नहीं किया है और जो स्कीमें मेरी सरकार के दौरान शुरू की गई थीं उसी का नाम बदलकर आगे बढ़ाया गया है. ये सरकार कोई नई स्कीम लाने में नाकाम रही है. कांग्रेस-समाजवादी पार्टी के गठबंधन पर हमला करते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस अपनी ग़लत नीतियों के कारण ही केंद्र की सत्ता से बाहर हुई है और अब उसकी नजर यूपी की सत्ता पर है.