नई दिल्ली : उत्तरप्रदेश की योगी सरकार जहाँ अवैध बूचड़खानों को बंद कर रही है वहीँ पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार ने इसके उलट नॉन-वेज को घर तक पहुंचाने का नया अभियान शुरू कर दिया है। पश्चिम बंगाल सरकार में 'मीट ऑन व्हील्ज' मुहिम के जरिये चिकन, पोर्क, मटन, डक, क्वेल, ऐमु और टरकी को घर-घर तक पहुंचाया जायेगा।
योजना प्रदेश के पशु संसाधन विकास कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने शुरू की है और इसके अंतर्गत तीन वैन चलाई जाएंगी। पशु संसाधन विकास विभाग के मंत्री स्वप्न देबनाथ ने सोमवार को विभाग के सॉल्ट लेक स्थित हेडक्वार्टर पर शुरू की।
अधिकारियों का कहना है कि “अगर पॉयलेट प्रोजेक्ट सफल रहता है तो वाहनों की संख्या बढ़ा दी जाएगी और अन्य जिलों में भी सुविधा दी जाएगी।” सरकार मशहूर ब्रांड 'हरिनघटा मीट' को गाड़ियों की मदद से लोगों तक पहुंचाया जायेगा। डब्ल्यूबीएलडीसीएल का कहना है कि पिछले पांच साल में कंपनी ने काफी तरक्की की है।
साल 2014-15 में 4.35 लाख रुपये का बिजनेस किया। अगले साल 2015-16 सितंबर में कंपनी ने 9.58 लाख का बिजनेस किया। इतना ही नहीं त्यौहार के सीजन में ये टर्न ओवर 10 लाख तक पहुंच जाता है।
बता दें कि डब्ल्यूबीएलडीसीएल चिकन, पोर्क, मटन, डक, क्वेल, ऐमु और टरकी के प्रोडक्शन और मार्केटिंग करता है। साथ ही ये संगठन डक के अंडों आदि की सेल भी करता है।