सुनो, तुम तुम्हीं हो न । कोई और तो नहीं न ।
मैं नहीं तो और कौन होगा। मैं ही हूँ। जो कल था, आज भी वही हूँ।
क्या पता। इतने पहचान पत्र हो गए हैं कि भरोसा मुश्किल है। क्या गारंटी कि तुम वही हो।
भरोसा ! तुम पागल हो रही हो। अच्छा सा मौसम है। चुनाव नहीं है कि तुम पहचान पत्र की बात करने लगी।
नहीं। मैं डुप्लिकेशन रोकना चाहती हूँ। तुम तो हो सकते हो मगर कोई तुम्हारा दूसरा निकल गया तो । प्रेम अब सच्चा होगा। किसी एक से होगा।
अरे भाई । ये सब क्या है। अब आई कार्ड दिखाकर मिलना होगा क्या ।
आई कार्ड नहीं । आधार कार्ड दिखाना होगा।
आधार कार्ड ? आर यू सीरीयस
हाँ, प्रेम । हमारा प्यार आधार लिंक होगा। आधार बिना संसार मिथ्या है।
आधार लिंक !
हाँ । आजकल के प्रेमियों का भरोसा नहीं। आधार नंबर रहेगा तो तुमने किस किस से प्रेम किया है सब पता चलेगा।
प्रेरणा जी, हम प्यार करते हैं। हमारा प्यार आयकर का रिटर्न नहीं है कि आधार लिंक कर दे ।
प्रेम, मैंने भी कोई बैंक का खाता नहीं खोला है कि एक नाम से दो दो जगह दिल लगा बैठे कोई।
प्रेरणा जी, आपका प्यार अब प्यार नहीं लगता। सब्सिडी बचाने की योजना लगती है।
प्रेम । लोग सब्सिडी छोड़ रहे हैं।
तो ?
या तो आधार से जोड़ दो या तुम प्यार छोड़ दो !