लखनऊ : यूपी में बीजेपी की सरकार बनते ही नवनियुक्त सीएम योगी आदित्यनाथ ने जैसे ही अपने मन्त्रिमण्डल के पदाधिकारियों से मुलाकात के लिए पहली बैठक बुलाई तो कुछ मंत्री अपने आपको मलाईदार विभाग मांगने से नहीं रोक पाए. और तो और इन मंत्रियों ने आखिकार अपने-अपने मन की बात उनसे करते हुए सबसे महत्वपूर्ण विभाग मांग ही लिया. दिलचस्प बात है कि सीएम की बैठक में मौजूद अन्य मंत्रियों ने जहां किसी भी काम करने की बात कही वहीँ बैठक में तीन मंत्रियों ने सूबे का सबसे मलाईदार विभाग मांग कर सबको चौका दिया.
रीता जोशी चाटना चाहती हैं मलाई
सूत्रों के मुताबिक सीएम योगी ने मंगलवार को अपने मन्त्रिमण्डल के पदाधिकारियों की एक औपचारिक बैठक मुलाकात के लिए बुलाई थी. इस बैठक का मकसद केवल मंत्रियों से मिलने जुलने का था. लेकिन बातों -बातों में योगी ने पूछा अगर कोई मंत्री खास विभाग चाहता है अपनी पसंद का तो बताये. तो सबसे पहले रीता बहुगुणा जोशी बोल पड़ीं की उन्हें नगर विकास विभाग सौंप दिया जाये. क्योंकि इससे पहले वह इलाहाबाद की मेयर रह चुकी हैं. इसलिए वह नगर विकास विभाग की काफी जानकारी रखती हैं. मालूम हो कि नगर विकास विभाग को यूपी का सबसे मलाईदार विभाग माना जाता है. यही नहीं करोड़ों-करोड़ों रुपये की ग्रांट इसी विभाग से सूबे के नगर निगमों को दी जाती है. इतना ही नहीं केंद्र सरकार की कई योजनाओं का पैसा भी इसी विभाग को जाता है.
महाना और महेन्द्र भी पीछे नहीं रहे
और तो और रीता बहुगुणा जोशी की बात अभी ख़त्म ही नहीं हो पायी थी कि कानपुर से चुनाव जीतकर आये मंत्री सतीश महाना ने भी अपनी इच्छा जाहिर कर दी. महाना अपने आपको रोक नहीं सके और उन्होंने झट से सीएम से इसी विभाग को मांग लिया. रीता और महाना की बात जैसे ही सार्वजानिक हुई राज्यमंत्री महेन्द्र सिंह वह भी इसी विभाग को मांग बैठे. यही नहीं इसके पीछे उनका तर्क ये था कि वह नगर निगम के पार्षद रह चुके हैं. इसलिए वह इस विभाग को अच्छी तरह चला सकते हैं. बहरहाल विभाग बंटने से पहले ही योगी के मन्त्रिमण्डल में शामिल किये गए मंत्री मलाईदार विभाग पर नजर लगाए हुए हैं. इसके बाद जब अन्य लोगों से उनकी पसंद सीएम ने पूछी तो वह बोले आप जो तय कर देंगे वो काम हम लोग करेंगे.