लखनऊ : अपने बड़ बोले बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में बने रहने वाले समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खान ने सूबे के अवैध बूचड़खानों के खिलाफ चल रही योगी सरकार की कार्यवाही को लेकर कहा है कि यूपी में ही नहीं बल्कि पूरे देश के बूचड़खाने बंद होने चाहिए. उन्होंने कहा कि सिर्फ केरल, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा में ये क्यों वैध है और बाकी राज्यों में नहीं? इसके साथ उन्होंने मुस्लिम समुदाय के लोगों को ये भी सलाह दी है कि अब वह गोश्त खाना बंद कर दें.
क्यों डर रहे हैं योगी सरकार से आजम ?
दरअसल आज़म योगी सरकार से भयभीत दिख रहे हैं. इसी के चलते तो वह अपनी फिसलने वाली जुबान से जैसे छूटते ही अपनी भड़ास पिछली सरकार में सत्ताधारी पार्टी में रहते हुए बोल देते थे. उस तरह से योगी सरकार में आक्रामक होते हुए बयान देते नहीं दिख रहे हैं. आखिर इसकी क्या वजह हो सकती है. बताया जाता है कि आजम खान अच्छी तरीके से जानते हैं कि अगर उन्होंने जरा भी अनाप -शनाप बोला तो बीजेपी उनके छिपे राज को उजागर करने के लिए जाँच के आदेश कर सकती है.सूत्रों के मुताबिक पूर्व नगर विकास मंत्री आजम खान के सुर सपा सरकार के जाते ही बदले हुए नजर आ रहे हैं. बताया जाता है कि सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहते हुए सरकारी जमीन पर जमकर अवैध कब्जे किये हैं. मालूम हो कि आजम खान ने जौहर विश्वविद्यालय बनाने का सपना सरकार में रहते हुए पूरा तो किया ही. इसके साथ वक्फ बोर्ड कि जमीन पर बसे लोगों को उजाड़ कर पूर्व मंत्री ने एक कालेज का भी निर्माण अपने गृह जनपद में कराया है. जिसके चलते अब वह दर रहे हैं कि ज्यादा कुछ अगर योगी सरकार के खिलाफ बोलते हैं तो कहीं उनके इन काले कारनामों कि सरकार जाँच न शुरू करा दे. जिसके चलते अब आजम खान के सुर बदले- बदले नजर आ रहे हैं.
अब क्यों नहीं फिसल रही है आजम की जुबान ?
इसी के चलते आजम अपनी भड़ास तो निकाल रहे हैं, लेकिन दबी हुई जुबान से, इसीलिए उन्होंने प्रदेश सरकार के सुर से सुर मिलाते हुए कहा है कि आखिर वैध या अवैध क्या होता है ? लेकिन मैं मानता हूं कि किसी को भी मारना नहीं चाहिए. गो-हत्या पर बैन केवल एक राज्य में नहीं बल्कि पूरे देश में लगना चाहिए. किसी एक राज्य के लिए एक नियम दूसरे राज्य के लिए दूसरा नियम नहीं होना चाहिए. आजम ने कहा कि जानवरों को वैध बूचड़खानों में बलि देना सही है और अगर बूचड़खाना अवैध है तो वहां जानवरों की बलि देना गलत है. सभी बूचड़खानों को बैन करना चहिए, जिससे किसी भी जानवर की बलि नहीं दी जा सके.
आजम ने दी मुस्लिमों को मीट न खाने की सलाह
आजम खान ने मुस्लिमों को मीट नहीं खाने की सलाह भी दी है. उन्होंने मुस्लिम समुदाय से अपील करते हुए कहा, ‘’इस मुद्दे पर सोचने की जरूरत है. इस्लाम में कहीं भी मीट खाना अनिवार्य नहीं बताया गया है. मेरी लोगों से अपील है कि उन्हें मीट खाना बंद कर देना चाहिए.’’ हालांकि सरकार ने स्थिति साफ करते हुए कहा कि कार्रवाई सिर्फ अवैध बूचड़खानों के खिलाफ है. सरकार ने कहा है कि वैध बूचड़खानों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. सरकार की ओर से कहा गया है कि वैध लाइसेंस वाले बूचड़खाने चलाने वालों को कोई डरने की जरूरत नहीं है. यही नहीं वैध बूचड़खानों के खिलाफ भ्रामक खबर फ़ैलाने वालों के खिलाफ भी सरकार कार्यवाही का मन बना रही है.