लखनऊ : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद राघव लखनपाल व उनके एक दर्जन समर्थकों के खिलाफ दो मामले दर्ज हुए हैं। ये मामले उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में गुरुवार (20 अप्रैल) को दो संप्रदायों के बीच हुए आपसी तनाव के बाद दर्ज किए गए। माना जा रहा है कि क्षेत्रीय सांसद महोदय जबरन संवेदनशील इलाकों में बिना अनुमति अंबेडकर शोभा यात्रा निकालना चाह रहे थे। रोके जाने पर अपने समर्थकों के साथ एसएसपी आवास पहुंच गए और वहां सीसीटीवी कैमरे तोड़ कर हंगामा करने लगे थे।
सांसद पर क्या है आरोप ?
आरोप है कि राघव के कुछ करीबी लोग अंबेडकर जयंती के दिन ऐसे इलाके से शोभायात्रा निकालना चाहते थे, जहां यात्रा की मनाही थी। उस इलाके में शांति बनाए रखने के लिए वहां कई साल पहले से ऐसे कार्यों पर रोक लगा दी गई थी। इजाजत ना मिलने पर 42 साल के राघव अपने समर्थकों के साथ सहारनपुर पुलिस के एसएसपी लव कुमार के घर पहुंच गए। वहां कथित रूप से हंगामा हुआ, जिसमें सीसीटीवी कैमरे तोड़े गए और भीड़ ने आसपास की दुकानों को भी लूट लिया।
बीजेपी सांसद के हंगामे से सहमे एसएसपी
इस पर लव कुमार ने कहा कि जिस वक्त बीजेपी कार्यकर्ताओं ने उनके घर पर हंगामा किया. उस वक्त वहां उनके बच्चे और कुछ मेहमान मौजूद थे। कुमार के मुताबिक, हमले की वजह से वे सभी काफी डर गए थे। अंबेडकर जयंती पर निकाले जाने वाली शोभा यात्रा की वजह से वहां पर पहले भी कई बार हिंसा हो चुकी है। बीजेपी सांसद के प्रवक्ता ने राघव के बचाव में कहा कि शांतिपूर्वक ढंग से शोभा यात्रा निकाली जा रही थी जिसपर कुछ लोगों ने हमला बोल दिया। प्रवक्ता ने कहा कि उस हमले में सांसद भी जख्मी हो गए थे।
शोभायात्रा निकालने पर पहले से था प्रतिबन्ध
शोभायात्रा का कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध किया था। इसके बाद दोनों गुटों में हिंसक झड़प हुई। देखते ही देखते वहां पथराव और आगजनी भी होने लगी थी। घटना की सूचना मिलते ही भाजपा सांसद राघव लखन पाल शर्मा समर्थकों के साथ वहां पहुंचे। इसके बाद उन्होंने दोबारा शोभायात्रा निकालने की मांग की, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। एसएसपी ने बताया कि शोभायात्रा निकालने पर पहले से ही प्रतिबंध लगा रखा था। इससे भाजपा कार्यकर्ता गुस्सा गए और एसएसपी के आवास पर विरोध-प्रदर्शन करने लगे।