लखनऊ : पुलिस की कमाई का जरिया बनी यूपी 100 गाड़ी पर तैनात सिपाही अब किसी से अवैध वसूली नहीं कर सकेंगे. दरअसल ड्यूटी पर तैनात कुछ सिपाही लोगों की सहायता करने की बजाय लोगों से धनउगाही कर रहे हैं. जिसके चलते सूबे के DGP जाविद अहमद ने पुलिस अफसरों को निर्देश दिए हैं कि उन्हें सिर्फ लोगों की मदद के लिए तैनात किया गया है, न की गाड़ी के कागज की जांच करने के नाम पर वसूली करने के लिए.
अफसर ने की जनता से अपील
फिलहाल पुलिस महानिदेशक जाविद अहमद को धनउगाही की शिकायत मिलने के बाद उन्होंने जिले के पुलिस कप्तानों को ये निर्देश दिए हैं कि यूपी 100 गड़ियों की चेकिंग के लिए नहीं बल्कि इमरजेंसी में फसे लोगों की सहायता करने के लिए है. इसके लिए यूपी 100 की सभी पीआरवी टीम को निर्देश दिये गये हैं. यह भी कहा गया है कि यूपी 100 की गाड़ियां बिना आदेश के गाड़ियों के कागजात चेक नहीं करेगी. यूपी 100 की गाड़ियां कागजात चेक करती हुई पायी जाती है तो इसकी सूचना तत्काल ट्विटर हैंडिल और यूपी 100 को दें।
यूपी 100 इमरजेंसी सेवाओं के लिए : डीजीपी
डीजीपी जाविद अहमद ने बताया कि यूपी 100 इमरजेंसी सेवाओं के लिए है। गाड़ियां चेक करने के लिए ट्रैफिक विंग व आरटीओ डिपार्टमेंट है। डीजीपी को शिकायत मिली थी कि गाड़ियां ट्कों को रोक कर हाईवे पर चेक कर रही है। डीजीपी ने निर्देश दिये हैं कि अगर कोई शिकायत आती है तो उसे न सिर्फ गम्भीरता से लिया जाये बल्कि उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी।