नई दिल्ली: किसी चीज को हासिल करने के लिए इरादे मजबूत होने चाहिए। इरादे मजबूत हों तो मंजिल हासिल हो ही जाती है। कुछ ऐसी ही कहानी है रायपुर की रहने वाली नियति गुप्ता की। जिसे गूगल ने लाखों का पैकेज दिया है। नियति को ये नौकरी 10 इंटरव्यू राउंड्स क्लीयर करने के बाद हासिल हुई है। नियति अब गूगल के लिए ह्यूमन इंट्रेक्शन डिजाइनिंग का काम करेंगी। हास ही में अमेरिका की मशहूर सिलिकॉन वैली एरिया में बने गूगल का दफ्तर बना रही हैं।
कैसे हासिल किया ये मुकाम
नियति के लिए यह मुकाम हासिल करना आसान नहीं था। उनकी शुरुआत एक फेलियर के साथ हुई। नियति ऐयरो स्पेस ब्रांच में इंजीनियरिंग में एड़मिशन लेना चाहती थी लेकिन कम मार्क्स के चलते आईआईटी मुंबई में दाखिला नहीं मिला। उन्हें आईआईटी गुवाहाटी में डिजाइनिंग में एड़मिशन मिला। ये उनकी मनपसंद ब्रांच नहीं थी। इसी मलाल से उन्होंने स्टडी शुरू की।
आने लगा इंट्रेस्ट
नियति को धीरे-धीरे डिजाइनिंग ब्रांच में इंट्रेस्ट आने लगा। आईआईटी कंपलीट होने के बाद कुछ महीनों तक पुणे की एक कंपनी में जॉब किया। इसी दौरान नियती को यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में एडमिशन मिल गया और वहां से मास्टर की पढ़ाई पूरी की। स्टडी कंपलीट होने के तीन महीने के अंदर ही गूगल में जॉब मिल गई।
मुश्किल था इंटरव्यू
गूगल में नौकरी लेना इतना आसान नहीं था। गूगल में जॉब के लिए 10 अलग-अलग राउंड में इंटरव्यू देना पड़ा।
खुश हुए पैरेंट्स
नियति के पैरेंट्स अपनी बेटी की कामयाबी से बहुत खुश हैं। पैरेंट्स रश्मि और संदीप गुप्ता ने कहा कि बचपन से ही क्लासिकल डांस में उसे इंट्रेस्ट था। इसलिए खैरागढ़ यूनिवर्सिटी से कथक में विशारद भी किया। डांस का इतना जुनून है कि वे अपने साथ इंडिया से 100 घुंघरुओं की स्पेशल घुंघरू बनाकर यूएस ले गई हैं।