हमारी जिंदगी में आज जो वर्तमान है कल वह अतीत बनयादें बन जाएंगे। जिंदगी में कुछ ना कुछ घटता रहता है और वहीं फिर यादें बन जाता है। हमारी यादें हमें बहुत सारे अनुभव देती हैं
दिल के कोने में छुपी हुई हैं वो यादें, जिन्हें भूलने का नहीं होता है इंतजार। उन दिनों की सुनहरी यादों के साथ, बचपन में खुशियों की लगी हो कतार । माँ के हाथों की बनी रोटी की खुशबू, बचपन की वो लोर
एक यादें मेरे बचपन की,जो मुझको सदा हंसाती है।निर्मल मन और निर्मल दिलनयन तस्वीरें बस जाती है।मेरे खिलौने बचपन के,असीमित खुशियों का सागर थे।पहले मूरत में देखे थे,सपनों की सोच से बाहर थे।।मेरी मां के आंच
यादे हल पल की खुशी व गम की। सुकून पाए उन कच्चे मकानो की, भीगते बारिश में उमड़ते उमंगो की, तूफानो के संग खेलते उन हवाओ की, यादे हल पल की खुशी व गम की।
आज का विषय : अमूर्त याद एक कहानी के रूप में ....... याद ही एक ऐसी अनमोल संम्पत्ति होती है इंसान के पास जितना वह उसको इक्कठा करता है उतना धनवान होता जाता है एक आदमी अ
प्रिय सखी।कैसी हो। हम अच्छे हैं ।बस इस फोन से परेशान हैं।ये दुश्मन बना हुआ है तुम्हारी और हमारी मुलाकात मे।बार बार हैंग हो जाता है ।कभी कभी तो इतना तंग करता है पूरा लेख लिख लेगे और एक झटके में ही सारा