नई दिल्ली : राज्यसभा में जेटली पर तंज कसते हुए पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने कहा था कि जब पेंटागन हैक हो सकता है, तो आप कैसे अकाउंट डिटेल्स और बाक़ी जानकारी आधार के ज़रिए लीक होने से रोक सकते हैं। इस पर जेटली ने पलटवार करते हुए कहा कि पेंटागन को आधार के बगैर हैक कर लिया गया, तो आधार कार्ड की वजह से हैकिंग नहीं होती।
इस पर चिदंबरम ने जेटली से कहा, "अगर आपको सवाल का जवाब नहीं देना है, तो मत दीजिए। पर मेरे सवाल को महत्वहीन बनाने या उसकी नकल करने की कोशिश मत कीजिए'', लेकिन अब सरकार ने मान लिया है कि आम आदमी की निजी जानकारियां लीक हो रही हैं।
आधार का जिम्मा सँभालने वाली संस्था यूआईडीएआई (यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया) बार-बार दावे करती रही कि आम आदमी की आधार से जुडी जानकारियां पूरी तरह सुरक्षित हैं। अब अख़बार न्यू इंडियन एक्सप्रेस की माने तो मोदी सरकार ने पहली बार यह मान लिया है कि आधार से ऑनलाइन आपकी निजी जानकारियां लीक हो रही हैं।
रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार की सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय की अधिकारी ने 25 मार्च को लिखे एक पत्र में लिखा था कि ऐसे कई मामले सामने आते जा रहे हैं जिससे आम आदमी की आधार जानकारियां लीक हुई हैं। ऐसी विभिन्न जानकारियां लोगों ने मंत्रालयों/विभागों के पास जमा की हैं। गौरतलब है कि ‘आधार से जुड़ी कोई भी जानकारी- जैसे कि नाम, जन्म तिथि, पता आदि को सार्वजनिक करना, आधार कानून-2016 के तहत अपराध है।
इससे पहले भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की आधार जानकारी लीक हो गई थी जिसके बाद एक कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया था। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक़ अभी तक आधार एजेंटों के खिलाफ 1390 शिकायत दर्ज करवाई जा चुकी हैं। पर इन मामलों में कोई कानूनी कार्रवाई नहीं हुई है।