आकाश में उड़ती परियां हो तुम
दूसरों की प्रेरणा हो तुम
अपने सपनों को मेहनत के पंख
लगाकर साकार करती तुम
न जाने कितने पंखों को उड़ान दे गई हो।
कितने विरोधों और संघर्ष के बीच
तुमने बनाया है अपना नया आकाश
यह सिर्फ तुम्हारा नहीं
यह उनकी उम्मीद और आशा भी है
जिन्हें अपने सपनों में अभी उड़ान भरनी है।
अब नहीं कह सकता कोई
लड़कियां हो तुम, कुछ कमजोर हो
कुछ लाचार हो तुम, कुछ अबला हो तुम
तुम्हारी सफलता ने एक नई कहानी लिख दी।
दुनिया को देकर नया संदेश
तोड़ दिया तुमने भ्रम जमाने का।
आकाश में उड़ती परियां हो तुम
जमाने को दिखा अपना आत्मविश्वास
आज करोड़ो लड़कियों की प्रेरणा हो तुम
जो तुम्हारी तरह उड़ना चाहती हैं
जो अपने सपने साकार करना चाहती हैं
तुम्हें देखकर शायद वे अपने पंखों को उड़ान दे सके
वे भी अपने जीवन में गगन से बात कर सके।
(© ज्योति)