7/7/22
प्रिय डायरी,
आज मैंने शब्द.इन में आंगन में चारपाई शीर्षक पर कविता लिखी।
दो दिन से तबीयत बिगड़ी हुई इसलिए डायरी नहीं लिखी सिर्फ कविता लिखी थोड़ा तबीयत शांत होने पर। सर्दी जुखाम बुखार इस मौसम में बदलाव के कारण हो ही जाता है। अब कुछ ठीक है।
पाठकों की संख्या तो पता चलती है किन्तु किसने पढ़ा ये नहीं पता चलता है और पुस्तकों की बिक्री शब्द.इन पुस्तक खरीदी गई पता चलता है किन्तु किसने खरीदा ये नहीं पता चलता है।
कविता , लेख और कहानी के माध्यम से दैनिक और साप्ताहिक प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं किन्तु अगर कोई शीर्षक देते तो उस पर लिखने में ज्यादा आसानी रहती है।
धन्यवाद
अनुपमा वर्मा ✍️✍️