नई दिल्ली: बंगाल BJP यूनिट के अध्यक्ष दीपक घोष ने नोटबंदी का विरोध कर रहीं ममता बनर्जी पर निशाना साधा है। दीपक ने कहा कि ‘एक मुख्यमंत्री इस तरह के शब्द प्रधानमंत्री के लिए इस्तेमाल करती हैं वो ठीक नहीं है। जब वो दिल्ली में नाटक कर रही थीं, हम चाहते तो उनका बाल पकड़ के निकाल सकते थे। हमारी पुलिस है वहां।’
थर्ड क्लास पालिटिक्स
घोष के इस बयान पर टीएमसी के डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा, ‘ राजनीति में नई गिरावट, थर्ड क्लास पॉलिटिक्स। ममता बनर्जी के ख़िलाफ़ खतरनाक, धमकी भरा और व्यक्तिगत आरोप लगाए गए हैं।’ बनर्जी ने दिल्ली में आकर भी इस फैसले के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया था। इसके साथ ही दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ मिलकर दिल्ली में एक रैली को संबोधित भी किया था। जिसमें उन्होंने इस फैसले को लेकर पीएम मोदी और भाजपा सरकार पर निशाना साधा था। ममता बनर्जी नोटबंदी के फैसले के खिलाफ पूरे देश में रैली कर रही हैं।
पीड़ा, दर्द, नाउम्मीदी और अराजकता
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 9 दिसंबर को कहा था कि नोटबंदी के बाद पिछले एक महीने से लोगों को काफी दिक्कत और वित्तीय असुरक्षा हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए और इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी दावा किया कि उच्च मूल्य वाले नोट बंद करने के बाद परेशानियों से 90 लोगों की मौत हो चुकी है। बनर्जी ने बयान जारी कर कहा, ‘एक महीने से पीड़ा, दर्द, नाउम्मीदी, वित्तीय असुरक्षा और पूरी तरह अराजकता।’
सीएम ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पूछा था कि भाजपा के सांसदों और विधायकों को अपने बैंक खाते से लेन देन का नोटबंदी की अवधि के बाद का ही ब्योरा क्यों सौंपना चाहिए। यह राजग के सत्ता में आने के बाद से क्यों नहीं होना चाहिए। उन्होंने ट्वीट किया था, ‘आठ नवंबर से ही खाते का ब्योरा क्यों होना चाहिए? केवल तीन हफ्ते। क्यों नहीं सारे ब्योरे ढाई साल के हो…? आपके 21 दिनों की नोट बंदी के बाद पूरा देश घरबंदी हो गया है, इसलिए यह तमाशा क्यों।’