नई दिल्लीः आदिवासियों की जमीन हड़पने का आरोप लगाते हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रसंघ पदाधिकारियों ने झारखंड भवन पर प्रदर्शन किया। उन्होंने रघुवर की भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
सीएनटी एवं एसपीटी एक्ट में संशोधन संबंधी विधेयक पारित होने के खिलाफ जेएनयू स्टूडेंट लीडर जैसिका श्रेया धान की अध्यक्षता में विरोध प्रदर्शन हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनभावनाओं का अपमान किया है।
पूंजीपतियों को जमीन देना चाहती है सरकार
वहीं JNUSU वाइस प्रेसिडेंट गणेश मांझी अमल ने कहा कि रघुवर सरकार CNT - SPT एक्ट में बदलाव ला रही। ताकि आदिवासियों को बेघर कर जमीन पूंजीपतियों को दे सके। रघुवर सरकार किसानों के घर में घुस रही हैं और जबरन बंदूक की नोक पर उनकी जमीन हड़प कर कॉरपोरेट घरानों को देने की तैयारी में हैं.
वही जैसिका श्रेया धान ने इंडिया संवाद से बताया कि आदिवासी प्रकृति को मां समझते हैं जंगल - जमीन को मां की तरह समझते हैं. लेकिन रघुवर सरकार बंदूक की नोक पर इन्हें उजाड़ने का प्रयास कर रही हैं. उन्होने कहा कि 30 फीसदी आदिवासियों की जिंदगी जंगलो से चलती हैं. ऐसे में CNT-SPT एक्ट आदिवासी मूलवासियो के लिए कागज का टुकड़ा नहीं हैं यह उनकी आत्मा हैं. रघुवर सरकार इन लोगो को विकास का सपना दिखाकर भर्म फैला रही हैं.