
नई दिल्ली: ईमानदारी की कीमत कैसे चुकाई जाती है ये कोई कर्नाटक में मनरेगा से जुड़े अधिकारी को देखकर समझ सकता है। मामला कर्नाटक के तुमकुरु जिले का है। जहां 53 साल के मनरेगा अफसर एचआर श्रीनिवास का कुल्हाड़ी से हाथ काट दिया गया। उनका कसूर बस इतना था कि उन्होंने रिश्वत लेने से इंकार कर दिया था। उन्हें कम काम के बदले ज्यादा बिल बनाने को कहा जिससे श्रीनिवास ने साफ इंकार कर दिया था।
क्या था मामला
कर्नाटक के तुमकुरु जिले में वाटर हार्वेस्टिंग के लिए मनरेगा के तहत गड्ढे खोदे जाने थे। एक गड्ढे की लागत करीब 42 हजार रुपए थी। लेकिन कॉन्ट्रैक्टर्स 69 हजार रुपए का बिल बनाना चाहते थे। लेकिन अफसर ने गलत काम करने से इंकार कर दिया।
श्रीनिवास पर हुआ हमला
जब कॉन्ट्रैक्टर्स का बिल नहीं बना तो नाराज हो गया। कॉन्ट्रैक्टर्स ने अफसर को सबक सिखाने की ठानी। श्रीनिवास सोमवार शाम को ड्यूटी के बाद अपने दोपहिया वाहन से मगाडी से कुनिगल लौट रहे थे। इसी दौरान दो हमलावरों ने बाइक से उनका पीछा किया और रास्ते में श्रीनिवास पर कुल्हाड़ी जैसे हथियार से हमला किया गया। कुल्हाड़ी से दाहिने हाथ में कई वार किए गए। उन पर इतनी निर्ममता से वार किया गया कि उनकी तीन उंगलियां अलग होकर लटक गईं। श्रीनिवास को गंभीर चोट आई हैं। हमलावरों के भाग जाने के बाद स्थानीय लोगों ने एम्बुलेंस बुलाई और श्रीनिवास को अस्पताल में भर्ती कराया।
होगी सख्त करवाई
कर्नाटक के ग्रामीण विकास और पंचायत राज मंत्री एच के पाटिल ने श्रीनिवास से मुलाकात कर भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार और राज्य के लोगों को श्रीनिवास पर गर्व है।
क्या कहा श्रीनिवास ने
श्रीनिवास ने कहा कि कॉन्ट्रैक्टर केशव और मंजूनाथ वाटर हॉर्वेस्टिंग के लिए 69 हजार रुपए प्रति गड्ढे का बिल चाहते थे। लेकिन हमने कीमत 42 हजार रु. तय की थी। सोमवार को दोनों ऑफिस आए और हाथ काटने की धमकी दी थी। ऑफिस का काम खत्म करने के बाद मैं बाइक से 20 KM दूर अपने घर जा रहा था। तभी दोनों कॉन्ट्रैक्टर मेरा पीछा करने लगे। एक ने पीछे से कुल्हाड़ी फेंककर मारी, लेकिन निशाना चूक गया। दोनों ने मुझे पकड़कर हाथ पर कुल्हाड़ी मार दी। मैं किसी तरह भागकर पास की चाय की दुकान तक पहुंचा। मेरा हाथ कटा था और उससे काफी खून बह रहा था। वहां मौजूद लोगों ने एम्बुलेंस बुलाकर मुझे नजदीक के हॉस्पिटल भेजा। जहां से बेंलगुरु पहुंचाया गया। हाथ की तरफ इशारा करते हुए श्रीनिवास ने कहा- ईमानदारी से काम करने की ये सजा मिली।
पुलिस कर रही है जांच
इस घटना पर बोलते हुए जिले के एसपी कार्तिक रेड्डी ने कहा कि सरकारी अफसर पर जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपी फिलहाल फरार है। जिलों की पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएँ
बता दें कि कुछ महीने पहले भी मैसूर के पंचायत अफसर अरुण कुमार ने सुसाइड कर लिया था। उन्होंने 5 पेज के नोट में लिखा था कि अपनी ईमानदारी के लिए उन्हें प्रताड़ित किया गया।