नई दिल्ली : अजमेर दरगाह में बम फोड़कर तीन भारतीय नागरिकों की जान लेने और पंद्रह को घायल करने वाले आतंकवादी सुनील जोशी की अजमेर कांड से एक साल पहले योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात हुई थी. यह सनसनी खेज खुलासा राजस्थान एटीएस और राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने की है. जोशी के सहायक के राष्ट्रीय जाँच एजेंसी को दिए बयान के मुताबिक़ वे लोग स्वामी असीमानंद के निर्देश पर गोरखपुर गए और योगी के निवास पर मिले.
असीमानंद ने कुछ ख़ास काम से जोशी को वहाँ और कुछ अन्य स्थानों पर भेजा था. जोशी ने योगी से अलग बात का समय माँगा. शाम को योगी के निवास पर ये दुबारा मिले, जोशी ने योगी के क़रीब जाकर धीमी आवाज़ में बात की. जोशी की बमकांड के कुछ समय बाद रहस्यमय परिस्थिति में मृत्यु हो गई थी; कहा जाता है उसकी हत्या हुई. अदालत ने जिन तीन लोगों को बम फोड़ने का गुनहगार पाया, उनमें जोशी भी शामिल था. बाक़ी दो जीवित आतंकवादियों को उम्र क़ैद की सज़ा हुई है.