नई दिल्लीः यूपी में समय से पहले विधानसभा चुनाव नहीं होने वाले हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी तस्वीर साफ कर दी है। उन्होंने विधानमंडल के मानसून सत्र के अंतिम दिन बोलते के दौरान समय से पहले चुनाव की संभावनाओं से इन्कार किया।
15 मार्च को पूरे होंगे सरकार के पांच साल
15 मार्च को सरकार के पूरे होंगे पांच सालः वर्ष 2012 में हुए चुनाव के बाद 15 मार्च को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार बनी थी। इस प्रकार माना जा रहा है कि सपा सरकार कार्यकाल पूरा होने के बाद ही चुनाव चाहती है, उससे पहले विधानसभा भंग करने के मूड में सपा सरकार नहीं है। संभावना है कि अप्रैल में चुनाव कराया जाए। तब तक बोर्ड परीक्षाएं भी खत्म होने से चुनाव कराने में आसानी होगी।
अच्छे मौसम में चुनाव कराए आयोग
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि चुनाव कराए जाने पर फैसला तो आयोग करेगा, मगर अच्छे मौसम में चुनाव होने पर मुकाबला भी अच्छा होगा। इस दौरान अखिलेश ने विधानमंडल की एक बैठक और बुलाने पर बल दिया।
भाजपा-कांग्रेस ने किया सरकार बनाने का दावा
मानसून सत्र के समापन मौके पर भाजपा और कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज कर अगली सरकार उनकी होने का दावा किया। भाजपा के नेता प्रतिपक्ष सुरेश खन्ना ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों से जनता में भाजपा की लोकप्रियता बढ़ रही है। सपा सरकार केंद्र की योजनाओं को सुचारु रूप से लागू नहीं कर रही है। जनता सब जानती है। अगली सरकार भाजपा की बनेगी। उधर कांग्रेस के प्रदीप माथुर ने कहा कि जनता सपा-बसपा और भाजपा से निजात पाना चाहती है। अगली सरकार कांग्रेस की बनेगी।