नई दिल्ली: हरियाणा के विधायक अब प्रधानमंत्री से भी ज्यादा वेतन लेंगे। हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र के आखिरी दिन संशोधन विधेयक पारित किया। इसके तहत विधायकों की सैलरी करीब 64.7% बढ़ जाएगी। अब तक विधायकों को 1,27,500 रुपए प्रतिमाह वेतन मिलता था लेकिन इस विधेयक के बाद उनकी सैलरी बढ़कर 2.10 लाख रुपए प्रतिमाह हो जाएगी। जो प्रधानमंत्री के वेतन से भी ज्यादा है। अभी प्रधानमंत्री को 1.60 लाख रुपए प्रतिमाह मिलते हैं।
सर्वसम्मति से पास हुआ विधेयक
हरियाणा के विधेयकों को इस विधेयक की चिंता कितनी थी इस बात का इंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले ये बिल मंगलवार को पेश होना था, लेकिन विधायकों ने शिकायत की थी कि वेतन में होने वाली बढ़ोतरी कम है। इसके बाद बिल में सुधार कर बुधवार को शून्यकाल के दौरान संसदीय कार्यमंत्री रामबिलास शर्मा ने इसे पेश किया, जो सर्वसम्मति से पास हो गया। इससे पहले मंगलवार को हरियाणा विधानसभा (सदस्य सुविधा) बिल पास किया गया था। विधायकों को घर की मरम्मत के लिए 1.75 लाख की जगह 10 लाख रु. एडवांस मिल सकेंगे। इससे पहले हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान 2013 में विधायकों का वेतन बढ़ाया था।
बजट सत्र में उठा था वेतन-भत्ते बढ़ाने का मुद्दा
मार्च में हुए बजट सत्र में वेतन-भत्ते बढ़ाने का मुद्दा उठा। बसपा विधायक टेकचंद शर्मा, इनेलो के जाकिर हुसैन, भाजपा के ज्ञान चंद गुप्ता व डॉ़ बनवारी लाल, कांग्रेस के ललित नागर व निर्दलीय जयप्रकाश की 6 सदस्यीय कमेटी बनाई गयी। कमेटी ने 31 मार्च को रिपोर्ट दे दी। लगभग दो लाख रुपये वेतन-भत्ते करने की सिफारिश की गयी। सैद्धांतिक तौर पर सीएम ने उसी दिन मंजूरी दे दी।
विधायकों की कुछ मांगे, जो नहीं हो सकी पूरी
कई विधायकों ने मांग की थी कि उनका कार लोन को 20 लाख से 30 लाख करना। होम लोन को 60 लाख से 90 लाख करना। टी.ए 15 के बजाय 20 रु. प्रति किलोमीटर करना। मंत्रियों की तरह आवास के लिए बिजली व पानी बिल की अदायगी सरकार को करनी चाहिए एलटीसी 2 लाख से 5 लाख रुपए करना। दफ्तरी टूर के लिए निजी आवास सुविधा 5 हजार से 10 हजार करना। मगर विधायको की ये मांगे पूरी नहीं हो सकी।
दूसरे राज्यों के विधायको का वेतन
दिल्ली के विधायको को प्रतिमाह 2,35000 रुपए, महाराष्ट्र के विधायको को 1,70000 रुपए, बिहार के विधायको को 1,41000 रुपए, आंध्र प्रदेश के विधायको को 1,25000 रुपए का वेतन मिलता है।