कल विश्व गुर्दा दिवस है।इसका उद्देश्य है लोगों में गुर्दे और गुर्दे से संबंधित बीमारियों को लेकर जागरूकता पैदा करना। ईश्वर न करे कभी किसी को गुर्दे से संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़े और यदि ऐसा हो जाए तो अपनों के जीवन को बचाने के लिए हमें गुर्दा प्रत्यारोपण से पीछे नहीं हटना चाहिए।आज के इस युग
भारत में एक दो साल के बच्चे ने वो कर दिखाया जिसे करने में बड़े बड़े लोग सोचते हैं। बता दें कि देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में दो साल के बच्चे ने 6 ज़िंदगिया बचाई हैं, इसके साथ ये बच्चा सबसे कम उम्र का अंगदाता भी बन गया है. इस दो साल के बच्चे के ब्रेन डेड होने के बाद उसके परिवार ने उसके अंगों को दान करन