अन्तरराष्ट्रीय युवा दिवस पूरे विश्व में 12अगस्त को मनाया जाता है। पहली बार सन २००० में इसका आयोजन आरम्भ किया गया था। 12अगस्त को युवा दिवस मनाते हैं।युवा दिवस युवा लोगों के लिए उनके जीवन को प्रभावित करने वाले विभिन्न मुद्दों पर अपने दृष्टिकोण और विचारों को साझा करने और संगठनों, नीति निर्माताओं और समुदायों को इन्हें संबोधित करने के लिए मिलकर काम करने का अवसर देता है। चुनौतियों और युवाओं को उनकी पूरी क्षमता हासिल करने के लिए सशक्त बनाना इस दिन का उद्देश्य है। मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दुनिया भर में युवाओं की उपलब्धियों को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक वर्ष 12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस मनाया जाता है। यह दिन पहली बार 1999 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा शुरू किया गया था ।आधुनिक युग की युवा पीढ़ी विश्व एवं राष्ट्र की वह शक्ति है जिससे कोई भी उपलब्धि हासिल की जा सकती है। अगर युवा के मन में आत्मविश्वास और सकारात्मक उत्सव हो तो वह कोई भी मुकाम हासिल कर सकता है।
राष्ट्र के विकास में युवाओं की भूमिका सदैव ही अग्रणी रही है। जिस राष्ट्र के पास सकारात्मक एवं सक्रिय युवा शक्ति है उसे समृद्ध विकसित बनने से कोई नहीं रोक सकता।
युवाओं की इसी समृद्धताशाली शक्ति को जागृत करने के लिए युवा दिवस मनाया जाता है। अगर वास्तविकता में यह युवा पीढी अपनी शक्ति पहचान ले और उसका सदुपयोग करें तो किसी भी मुकाम को हासिल कर सकते हैं।विश्व की युवा पीढ़ी ही आगामी भविष्य के लिए जिम्मेदार होती है। हम कल क्या होंगे यह इस बात पर निर्भर करता है कि हम आज क्या हैं?
युवावस्था में इतना जोश और जुनून होता है कि वह पहाड़ काट कर भी रास्ता बना सकते हैं। लेकिन जब इसी युवावस्था को गलत दिशा मिल जाती है तो यह संसार के लिए भयावह परिणाम खड़ी कर देता है।
इसलिए युवा दिवस पर हमारा कर्तव्य है कि हम युवाओं को जागरूक करें उन्हें वीरों की गाथा और भारतीय संस्कृति का ज्ञान दें। ताकि वे अपनी संस्कृति से विमुख होकर भटके ना
उनके आदर्श विवेकानंद ,शिवाजी हो, क्रांतिकारी हो, देशभक्त हो। जरूरत है कि वे पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव में अपने संस्कारों और संस्कृति को ही ना समझे। युवाओं को विकास की उसे धारा से जोड़ने की जरूरत है की वे देश के विकास के लिए अपने तन मन धन को समर्पित कर सके।
(© ज्योति)
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